Smash Brahminical Patriarchy विवाद में ट्विटर सीईओ जैक डोर्सी को राहत, हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर लगाई रोक
राजस्थान हाईकोर्ट ने ट्विटर सीईओ जैक डोर्सी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। हालांकि कोर्ट ने उनके खिलाफ ब्राह्मण समाज को बदनाम करने को लेकर दायर एफआईआर को रद्द करने से इनकार कर दिया है।
जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने ट्विटर सीईओ जैक डोर्सी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। हालांकि कोर्ट ने उनके खिलाफ ब्राह्मण समाज को बदनाम करने को लेकर दायर एफआईआर को रद्द करने से इनकार कर दिया है। कुछ वक्त पहले ट्विटर सीईओ जैक डोर्सी का एक प्लकार्ड पकड़े फोटो काफी वायरल हुई थी, जिसपर लिखा था 'स्मैश ब्रह्मैनिकल पेट्रिऑर्की।' ये फोटो काफी ज्यादा वायरल हुई थी और डोर्सी को लाखों भारतीयों के गुस्से का शिकार होना पड़ा था।
जस्टिस पीएस भाटी ने कहा कि अगले आदेशों से पहले इस मामले में कोई भी गिरफ्तारी नहीं की जाएगी। हाईकोर्ट ने ये भी कहा कि अमेरिकी नागरिक डोर्सी कोर्ट में या तो खुद आएं, या वकील या फिर प्रतिनिधित्व के जरिये वहां मौजूद रहें। ट्विटर सीईओ के वकील मुक्तेश महेश्वरी ने बताया कि कोर्ट ने गिरफ्तारी से मना कर दिया है।
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जैक डोर्सी के खिलाफ विप्रा फाउंडेशन के सदस्य राजकुमार शर्मा ने याचिका डाली थी। डोर्सी जिस प्लकार्ड के कारण भारत में विवाद का शिकार हुए, वो उन्हें एक दलित एक्टिविस्ट ने दी थी। मुंबई में मुलाकात के दौरान उन्होंने ये प्लकार्ड पकड़ा था। इस पोस्टर पर 'Smash Braminical Patriarchy' लिखा था। ब्राह्मणों ने डोर्सी पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया था और कहा था वो इस जाति के खिलाफ घृणा फैला रहे हैं।
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