वसुंधरा राजे की समृति ईरानी को चिट्ठी, भावनाएं आहत करने वाले सीन हटें, तभी रिलीज हो 'पद्मावती'
नई दिल्ली। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को खत लिखकर फिल्म 'पद्मावती' की रिलीज को रोकने की गुजारिश की है। 'पद्मावती' की रिलीज एक दिसंबर को प्रस्तावित है। वसुंधरा राजे ने स्मृति को लिखी चिट्ठी में कहा है कि 'पद्मावती' की रिलीज को तब तक रोका जाए जब तक इसमें उन सभी सीन में बदलाव ना हो जाए जिनको लेकर विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा है फिल्म में सभी आवश्यक बदलावों के बाद ही फिल्म रिलीज की जाए ताकि किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
वसुंधरा राजे ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को लिखी चिट्ठी में कहा है कि सेंसर बोर्ड को फिल्म को रिलीज की इजाजत देने से पहले इसके सभी संभावित नतीजों पर विचार करना चाहिए। इसके लिए इतिहास से जुड़े लोगों, फिल्मी हस्तियों और विरोध कर रहे समुदाय के सदस्यों की एक समिति गठित की जाए जो इस फिल्म की कहानी पर विचार-विमर्श कर किसी नतीजे पर पहुंचे। ये कमेटी जो सुझाव दे उसके हिसाब से फिल्म में बदलाव किए जाएं जिससे किसी भी समाज की भावनाओं को ठेस ना पहुंचें और फिल्म की रिलीज से शान्ति व्यवस्था पर खतरा ना बने।
वसुंधरा राजे ने अपने खत में कहा है कि फिल्म निर्माता को अपनी समझ के हिसाब से फिल्म बनाते हैं लेकिन कानून व्यवस्था और नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचने की स्थिति में मौलिक अधिकारों पर भी तर्क के आधार पर नियंत्रण रखने का प्रावधान भारत के संविधान में है, इसलिए 'पद्मावती' फिल्म की रिलीज पर पुनर्विचार किया जाए।
आपको बता दें कि संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' को लेकर लगातार विवाद हो रहा है। खासतौर से राजस्थान में राजपूतों के कई संगठन फिल्म को लेकर कड़ा विरोध कर रहे हैं। फिल्म की शूटिंग के समय भी हिंसा हुई थी। कई संगठनों ने फिल्म के रिलीज होने पर सिनेमाघरों में तोड़फोड़ करने की धमकी दी है।
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