राजस्थान विधानसभा में विश्वास मत जीतने के बाद क्या बोले अशोक गहलोत
नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को कांग्रेस सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वास मत जीतने के बाद विधानसभा के बाहर सीएम अशोक गहलोत ने विपक्षी भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने तमाम चालें चलकर उनकी सरकार गिराने की कोशिश की लेकिन वो साजिश में नाकाम रहे। आज कांग्रेस के बहुमत साबित करने के बाद प्रदेश में खुशी की लहर है। ये प्रदेश के लोगों की जीत है, अब हम मिलकर कोरोना से लड़ेंगे।
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राजस्थान में भाजपा बेनकाब हो गई: गहलोत
राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, भाजपा ने कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गोवा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और महाराष्टर जैसे राज्यों में सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र किए। वही नीति राजस्थान में भाजपा ने अपनाई लेकिन राजस्थान में भाजपा बेनकाब हो गई। वो समझ गए हैं कि उनकी योजना विफल हो गई है। हम अब चाहते हैं कि पक्ष-विपक्ष सब राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर एक लक्ष्य रखें कि कोरोना का मुकाबला कैसे किया जाए। मिलकर हमें कोरोना से लड़ना होगा।
मोदी सरकार में बैठे हैं काले अंग्रेज
विश्वास मत हासिल करने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने कहा, कांग्रेस और करोड़ों भारतीयों ने गोरे अंग्रेजों से लड़कर विजय पाई थी। हम प्रजातंत्र, बहुमत और देश के संविधान पर हमला करने वाले मोदी सरकार में बैठे काले अंग्रेजों से भी जीतकर प्रजातंत्र और संविधान की रक्षा करने के लिए संकल्प बद्ध है। इसके लिए लड़ते रहेंगे और आज के विश्वास मत का यही सबक है।
अटकलें लगाई जा रही थीं, अब वो खत्म हो गई हैं: सचिन पायलट
सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद कांग्रेस विधायक सचिन पायलट ने मीडिया से कहा, आज सदन के अंदर विश्वास मत को बहुमत से पारित किया गया जो अटकलें लगाई जा रही थीं उन्हें विराम मिला है। एक महीने तक कांग्रेस से खफा होकर 18 विधायकों के साथ राजस्थान से बाहर रहे सचिन ने कहा कि पहले मैं सरकार का हिस्सा था आज नहीं हूं लेकिन यहां पर कौन कहां बैठता है ये महत्वपूर्ण नहीं है लोगों के दिल और दिमाग में क्या है ये ज्यादा महत्वपूर्ण है। जीवन की आखिरी सांस तक मैं इस प्रदेश के लिए समर्पित हूं।
बता दें कि सत्र के पहले दिन आज (14 अगस्त) कांग्रेस सरकार की ओर से राजस्थान विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पारित किया। संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने प्रस्ताव पेश किया।इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया। ध्वनि मत से विश्वास प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद 21 अगस्त तक सदन को स्थगित कर दिया गया।
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