राजस्थान विधानसभा चुनाव: न मोदी का सांसद विधानसभा पहुंच पाया और न राहुल का
जयपुर। राजस्थान में दो सांसद भी विधायक बनने मैदान में उतरे थे, लेकिन जनता ने उन्हें इशारा किया कि छह माह दिल्ली में विराजो, फिर देखेंगे आपके साथ क्या करना है। भाजपा सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी को बाड़मेर सीट पर करीब 33 हजार मत से शिकस्त का सामना करना पडा। वहीं, अलवर से कांग्रेस सांसद करणसिंह यादव इसी जिले की किशनगढ़ बास सीट पर तीसरे स्थान पर रहे। हालांकि, यादव महज छह माह पहले ही उपचुनाव जीतकर दिल्ली पहुंचे थे लेकिन कर्नल सोनाराम तो साढ़े चार साल से मोदी की विकास यात्रा के भागीदार थे, लेकिन लोगों को इनका विकास का तरीका नहीं भाया।
मेवाराम
की
हैट्रिक
के
आगे
सोनाराम
बोल्ड
कर्नल
सोनाराम
चौधरी
राजस्थान
में
बीजेपी
के
कद्दावर
नेता
हैं,
जो
बाड़मेर
की
सीट
से
चुनाव
लड़
रहे
थे।
बाड़मेर
से
कांग्रेस
के
उम्मीदवार
मेवाराम
जैन
को
हराने
के
लिए
सोनाराम
चौधरी
मैदान
में
उतरे
थे,
लेकिन
उन्हें
बुरी
तरह
से
हार
का
सामना
करना
पड़ा
है।
यह
तीसरी
बार
है,
जब
मेवाराम
ने
बाड़मेर
की
सीट
से
हैट्रिक
मारी
है।
बीएसपी
के
आगे
कांग्रेस
पस्त
वहीं,
किशनगढ़
बास
सीट
से
कांग्रेस
ने
सांसद
करणसिंह
यादव
को
मैदान
में
उतारा
था,
लेकिन
उन्हें
बीएसपी
प्रत्याशी
दीपचंद
से
हार
का
सामना
करना
पड़ा।
इस
सीट
से
बीजेपी
के
बाद
कांग्रेस
तीसरे
स्थान
पर
रही
और
बीएसपी
से
30
से
भी
ज्यादा
वोटों
से
हार
का
सामना
करना
पड़ा।