Rajasthan Assembly Elections 2018: आखिर क्यों सचिन पायलट ने चुनाव प्रचार के दौरान नहीं पहना साफा?
जयपुर। राजस्थान में आज मतदान हो रहा है, विधानसभा चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को घोषित होंगे यानी कि पूरे तीन दिन बाद पता चल जाएगा कि इस बार रजवाड़ों के राज्य में किसकी सरकार बनेगी, इसमें कोई शक नहीं कि राज्य में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने चुनाव प्रचार में ए़ड़ी-चोटी का दम लगाया है, कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि इस बार जनादेश उसकी ओर है, पार्टी के स्टार प्रचारक सचिन पायलट ने आज वोट देने के बाद जीत का दावा किया है।
क्यों सचिन पायलट ने चुनाव प्रचार के दौरान नहीं पहना साफा?
इस बार सचिन पायलट ने चुनाव प्रचार के दौरान पूरे राज्य का दौरा किया है और अपनी रैलियों पर भाजपा को बुरी तरह से घेरा है लेकिन राज्य के युवाओं में काफी लोकप्रिय सचिन पायलट किसी भी रैली में राजस्थानी पगड़ी यानी कि साफा पहने नजर नहीं आए, जिसके पीछे कारण उनकी वो प्रतिज्ञा है जो कि उन्होंने साल 2014 में पार्टी के हारने के बाद की थी। दरअसल सचिन पायलट ने 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि जब तक राजस्थान में उनकी पार्टी की सरकार नहीं बनेगी, तब तक वो साफा नहीं पहनेंगे।
पायलट की प्रतिज्ञा
इसलिए वो इस बार कहीं भी साफा पहने नजर नहीं आए, आपको बता दें कि पायलट को पूरा विश्वास है कि उनकी पार्टी इस बार राज्य में सरकार बनाएगी और वो विधानसभा चुनाव के बाद फिर से साफा पहनेंगे।
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पायलट ने बताया कि राजस्थानी संस्कृति का प्रतीक साफा पहनना उन्हें बहुत पसंद हैं और चुनाव प्रचार के दौरान काफी लोगों ने उन्हें तोहफे के रूप में साफा दिया लेकिन उन्होंने उसे नहीं पहना बल्कि माथे से लगाकर रख दिया, उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि हमारी पार्टी जीतेगी और मुझे साफा पहनने का मौका मिलेगा।
विधानसभा चुनाव सीट
गौरतलब है कि पहली बार विधानसभाचुनाव लड़ रहे सचिन पायलट ने टोंक विधानसभा चुनाव सीट पर अपना भाग्य आजमाया है, ये एक मुस्लिम बाहुल्य इलाका है, मालूम हो कि इससे पहले दौसा और अजमेर से सांसद रह चुके हैं। बताते चलें कि 2013 के राजस्थान के विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई थी।