Rajasthan Assembly elections 2018: नतीजे आने से पहले ही सीएम की कुर्सी को लेकर कांग्रेस में छिड़ी जंग
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही तमाम एग्जिट पोल ने इस बात की ओर इशारा किया है कि कांग्रेस सत्ता में वापसी कर सकती है। ऐसे में पार्टी के भीतर मुख्यमंत्री के पद को लेकर उठापटक शुरू हो गई है। पार्टी के भीतर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनाव हर किसी को विदित है। लेकिन एक बार फिर से पार्टी के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर रार खुलकर सामने आई है। जयपुर के सिविल लाइंस से कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप सिंह खचारियावास ने बड़ा बयान दिया है।
गहलोत पर खड़ा किया सवाल
प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला अशोक गहलोत नहीं ले सकते हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे वह कहते हैं कि राहुल गांधी हमारे नेता हैं और वही इस बात का फैसला लेंगे कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। मैं अखबारों में पढ़ रहा हूं कि गहलोत साहब ने मुख्यमंत्री पद के लिए पांच उम्मीदवारों के नाम आगे रखे हैं, आखिर उन्होंने इन पांच नामों में अपना नाम क्यों किया है। विधान परिषद कमेटी और राहुल गांधी ही इस बात का फैसला लेंगे कि आखिर प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
अंदरूनी कलह आई सामने
जिस तरह से कांग्रे्स नेता ने यह बयान दिया है उसके बाद एक बार फिर से पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। माना जा रहा है कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जद्दोजहद चल रही है। लेकिन इन दोनों नेताओं के अलावा वरिष्ठ नेता सीपी जोशी, गिरिजा व्यास और विपक्ष के नेता रामेश्वर दूड़ी भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल हैं। गहलोत ने पिछले महीने जोधपुर में कहा था कि मुख्यमंत्री पद के लिए कई उम्मीदवार हैं।
क्या कहा दोनों नेताओं ने
वहीं जब प्रताप सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने किसी के खिलाफ बयान नहीं दिया है, मैंने सिर्फ तथ्य को सामने रखा है। प्रताप सिंह के बयान पर अशोक गहलोत ने कहा कि उनके बयान में कुछ भी गलत नहीं है, आखिर मैं कैसे किसी को मुख्यमंत्री बना सकता हूं। मैंने कभी भी इस तरह का दावा नहीं किया है। यह राहुल गांधी और आला कमान के हाथ में है। उन्होंने कहा कि पार्टी की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए आगे का फैसला लिया जाएगा।