राजस्थान में कांग्रेस की परेशानी बने मुस्लिम प्रत्याशियों के सामने खड़े निर्दलीय
जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एक सीट पर तो कांग्रेस ने 15 सीटों पर मुसलमान उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस 200 में से 195 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस किसी भी सीट को हल्के में नहीं लेना चाहती लेकिन उसके मुसलमान कैंडिडेट एक ऐसी परेशानी का सामना कर रहे हैं, जो उनकी जीत की राह मुश्किल कर सकती है। कांग्रेस ने जिन सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार खड़े किए हैं, वहां निर्दलीय बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से ज्यादातर निर्दलीय उम्मीदवार मुसलमान हैं। ऐसे में पार्टी को डर है कि अगर निर्दलियों की तरफ मुसलमान वोट कटे तो इसका सीधा फायदा भाजपा को मिल सकता है।
मुस्लिम बहुल सीटों पर बड़ी तादाद में निर्दलीय
किशनपोल और आदर्शनगर पर मुस्लिमों की बड़ी आबादी है। किशनपोल विधानसभा में कुल 71 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है, जिनमें से 35 मुस्लिम हैं। वहीं, आदर्श नगर में 66 उम्मीदवारों में से 35 मुस्लिम उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने राज्य में जिन 15 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार खड़ किए हैं, उन पर करीब 380 से ज्यादा उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है, जिनमें से 125 तो मुस्लिम हैं।
कांग्रेस ने उतारे 15 मुसलमान उम्मीदवार
इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 15 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इनमें किशनपोल से अमीन कागजी, तिजारा से एए खान, कामां से जाहिदा खान, सवाई माधोपुर से दानिश अबरार, पुष्कर से नसीम अख्तर, मकराना से जाकिर हुसैन, पोकरण से सालेह मोहम्मद और शिव से अमीन खान चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने तीन मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है, इनमें जाहिदा खान, रामगढ़ से साफिया और लाडपुरा से गुलनेज प्रत्याशी हैं।
भाजपा से सिर्फ एक मुसलमान को टिकट
भाजपा ने इस बार राजस्थान में सिर्फ एक मुसलमान को टिकट दिया है। भाजपा से वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री युनूस खान टोंक से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां कांग्रेस से सचिन पायलट उनके सामने हैं। 2013 में बीजेपी ने चार मुस्लिम चेहरे उतारे थे जिनमें से युनुस खान डीडवाना और हबीबुर्रहमान ने नागौर से जीत हासिल की थी। राजस्थान की सभी सीटों पर 7 दिसंबर को एक ही चरण में मतदान होना है। 11 दिसंबर को नतीजे आएंगे।
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