राजस्थान चुनाव से पहले BJP का मास्टर स्ट्रोक, दो राजपूत नेताओं का निष्कासन किया रद्द
भाजपा ने जोधपुर संभाग के बाड़मेर में पार्टी के दो पुराने राजपूत नेताओं का निष्कासन रद्द कर दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले इसे भाजपा के एक बड़े दांव के तौर पर देखा जा रहा है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से कमल खिलाने के लिए भाजपा जोर-शोर से जुटी हुई है। अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए जहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 'राजस्थान गौरव यात्रा' पर निकली हुई हैं, तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बहुत जल्द प्रदेश में अपनी रैलियां शुरू करने वाले हैं। इस बीच भाजपा ने जोधपुर संभाग के बाड़मेर में पार्टी के दो पुराने राजपूत नेताओं का निष्कासन रद्द कर दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले इसे भाजपा के एक बड़े दांव के तौर पर देखा जा रहा है।
भाजपा ने एक तीर से साधे दो निशाने
भाजपा ने पूर्व राज्य मंत्री स्वरूप सिंह राठौड़ और शिव ब्लॉक के पूर्व अध्यक्ष गिरधऱ सिंह कोटड़ा का निष्कासन रद्द कर दिया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में जब टिकट ना मिलने से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी थी, तो ये दोनों नेता भी उनके खेमे में चले गए थे। बाद में भाजपा ने इन्हें निष्कासित कर दिया था। अब दोनों नेताओं का निष्कासन रद्द कर भाजपा ने जहां नाराज चल रहे राजपूत समाज को संदेश देने की कोशिश की है, तो वहीं विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जसवंत सिंह के खेमे में भी सेंध लगा दी है।
भाजपा के लिए क्यों अहम है राजस्थान
आपको बता दें कि भाजपा को लेकर राजपूत समाज की नाराजगी उस वक्त देखने को मिली थी, जब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की 'राजस्थान गौरव यात्रा' के दौरान जोधपुर के ओसियां में विरोध प्रदर्शन किया गया। राजस्थान में भाजपा के सामने सबसे कठिन काम अलग-अलग जातियों को साथ लेकर पार्टी के पक्ष में करने का है। अलग-अलग मुद्दों को लेकर कई जातियों में भाजपा के प्रति कई बार नाराजगी देखने को मिल चुकी है। इस साल के आखिर में नवंबर या दिसंबर महीने में यहां विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।
मोदी-शाह की रैलियों की तैयारी
2019 में देश में लोकसभा के आम चुनाव होंगे। ऐसे में भाजपा राजस्थान में अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। राजस्थान के लिए भाजपा ने विशेष रणनीति तैयार की है। इस रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान में हर महीने दो रैलियों को संबोधित करेंगे। इसके अलावा चुनाव प्रचार को धार देने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी राज्य के हर संभाग में रैली करेंगे। प्रशासनिक तौर पर राजस्थान में सात संभाग हैं। एक संभाग में अमित शाह की कितनी रैलियां होंगी, इसका फैसला वो खुद करेंगे।
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