#rajbabbar: दो बीवियां, 3 बच्चे और 3 पार्टी, ऐसी है अभिनेता से नेता बने राज बब्बर की लाइफ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, हालांकि, उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है। गौरतलब है कि राज बब्बर को साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। राज बब्बर के यूं इस्तीफा देने के कारण एक बार फिर से राजनीतिक गलियारों मे उनके नाम की चर्चा होने लगी है। तो चलिए एक नजर राज बब्बर के निजी जीवन और उनके अब तक के राजनीतिक सफर पर डाल लेते हैं।
राज बब्बर का यूपी से जन्म का रिश्ता है
राज बब्बर का यूपी से जन्म का रिश्ता है, उनका जन्म उत्तर प्रदेश के टूण्डला में 23 जून 1952 को एक हिंदू परिवार में हुआ था। इनके दो भाई और चार बहनें हैं, जिसमें से यह सबसे बड़े हैं , राज ने अपने जीवन में दो शादी की थी , उन्होंने पहली शादी 1975 में मशहूर थिएटर आर्टिस्ट और फिल्म निर्देशक नादिरा बब्बर से की थी जबकि दूसरी शादी 1986 में मशहूर अभिनेत्री स्मिता पाटिल से की थी।
आर्य बब्बर, जूही बब्बर और प्रतीक बब्बर
इनके आर्य बब्बर, जूही बब्बर और प्रतीक बब्बर तीन बच्चे हैं। जिसमें से आर्य और जूही नादिरा के बच्चे हैं, जबकि प्रतीक स्मिता पाटिल का बेटा है। जूही , आर्य और प्रतीक बब्बर तीनों ने ही फिल्मों में काम किया है। जूही और आर्य तो फिल्मों में कुछ कर नहीं पाए, हां प्रतीक बब्बर ने जरूर कुछ फिल्मों से अपने आप को एक सधा हुआ अभिनेता साबित किया है, हालांकि अभी भी वो संघर्ष कर रहे हैं। जूही ने भी दो शादी की है, उनकी पहली शादी 2007 में फिल्म निर्देशक और लेखक बिजॉय नाम्बियार से हुई जो कि महज दो साल ही चल सकी, इसके बाद जूही ने टीवी के मशहूर एक्टर अनूप सोनी से 2011 में शादी की थी।
शिक्षा
राज
बब्बर
ने
अपनी
प्रारंभिक
शिक्षा
आगरा
के
फैज-ए-आम
स्कूल
से
की
और
ग्रेजुएशन
आगरा
कॉलेज
से
किया।
इसके
बाद
इन्होंने
1975
में
दिल्ली
आकर
नेशनल
स्कूल
ऑफ
ड्रामा
से
एक्टिंग
का
कोर्स
किया
था।
फिल्मी करियर
राज बब्बर ने फिल्म 1977 में 'किस्सा कुर्सी का' से फिल्मी दुनिया में कदम रखा। लेकिन उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में पहचान 1980 में चोपड़ा प्रोडक्शन की फिल्म 'इंसाफ का तराजू' से मिली थी। इसमें इन्होंने निगेटिव रोल प्ले किया था। राज बब्बर ने अपने करियर में लगभग 200 फिल्मों में काम किया जिसमें पंजाबी और बॉलीवुड फिल्में शामिल हैं।
पहले जनता-दल, फिर सपा और अब कांग्रेस
इसके बाद 1989 में जनता दल से जुड़कर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इसके कुछ वर्षों बाद वह समाजवादी पार्टी से जुड़े और तीन बार सांसद चुने गए। 2006 में राज बब्बर को समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया था। इसके दो साल बाद 2008 में इन्होंने कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया और 2009 में चौथी बार चुनाव लड़ा और जीते। 2014 में राज बब्बर ने गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसमें वह बीजेपी नेता वी के सिंह से चुनाव हार गए थे।
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