जब अटल के खिलाफ लड़ने वाले राज बब्बर ने जोड़ लिए थे उनके सामने हाथ
नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कई दशक तक बीजेपी के प्रमुख स्तम्भ रहे अटल बिहारी वाजपेयी की सादगी के कई किस्से हैं। वो अपनी बातों से कई बार विपक्षी दलों को हंसने पर मजबूर कर देते थे। भारतीय राजनीति में अटल बिहारी वाजपेयी के कद को लेकर शायद ही किसी प्रकार का संदेह हो और ऐसे ही एक वाकये का जिक्र यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने किया।
ये भी पढ़ें: नेहरू की 'अटल' भविष्यवाणी और वाजपेयी के वो शब्द जो इतिहास बन गए
जब अटल के खिलाफ लड़े थे राज बब्बर
सत्ता में रहते हुए भी विपक्षी दल के नेता उनका आदर व सम्मान करते थे। इसी प्रकार के एक वाकये का जिक्र करते हुए राज बब्बर ने बताया कि जब वो सपा के टिकट पर लखनऊ से अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे, उनके मन में काफी सवाल थे, वो दुविधा में थे और शायद इसी वजह से वो आखिरी समय में चुनाव के मैदान में उतरे। लखनऊ में अटल बिहारी को चुनौती देने आसान नहीं था और ये बात राज बब्बर बखूबी जानते थे।
राज बब्बर हाथ जोड़कर उनके सामने खड़े हो गए
अटल के खिलाफ पर्चा दाखिल करने से पहले कुछ जरूरी कागजात के सिलसिले में राज बब्बर फ्लाइट से दिल्ली जा रहे थे। उसी फ्लाइट में अटल बिहारी भी दिल्ली जा रहे थे। राज बब्बर ने उनके पैर छुए और हाथ जोड़कर उनके सामने खड़े हो गए और कहा, 'मुझे आशीर्वाद दीजिए, ये आशीर्वाद इसलिए मांग रहा हूं कि कहीं गलती से कोई ऐसा शब्द न निकल जाए जो आपकी शान में गुस्ताखी हो। बचपन में कभी जिनका भाषण सुनने जाया करता था, अब उनके खिलाफ ही चुनाव के मैदान में उतरना है।'
'अटल बिहारी ने बताया कि संस्कारों के साथ कैसे राजनीति की जाती है'
राज बब्बर की बातें सुनकर अटल बिहारी मुस्कुराते हुए बोले, 'ऐसा कुछ नहीं होगा क्योंकि तुम्हारे अंदर संस्कार हैं।' राज बब्बर कहते हैं कि चुनाव के दौरान उनके मुंह से अटल बिहारी के खिलाफ एक भी शब्द नहीं निकला। वो कहते हैं कि अटल बिहारी मुस्कुराते हुए एक-आध टिप्पणी कर निकल जाते थे। राज बब्बर कहते है कि कई बार उनसे मुलाकात हुई और वो हाल-चाल भी पूछते थे। संसद में उनके निकलने पर वो लोग रास्ता छोड़कर साइड हो जाते थे। राज बब्बर बताते हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न देना, सम्मानित करना नहीं बल्कि एक संदेश है। राज बब्बर कहते हैं कि अटल बिहारी ने बताया कि संस्कारों के साथ कैसे राजनीति की जाती है।
ये भी पढ़ें: अटल बिहारी वाजपेयी के 5 चुनिंदा VIDEO आप जरूर देखना चाहेंगे