कब से पहले की तरह होगा ट्रेनों का संचालन? तारीख को लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कही ये बात
Railway News Update: कोरोना महामारी (Coronavirus) के कहर को रोकने के लिए मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) लागू हुआ था। जिस वजह से ट्रेनों (Indian Railway) का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया। इसके बाद मई में फिर से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ, लेकिन अभी ज्यादातर कोविड स्पेशल ट्रेनें (Covid Special train) ही चल रही हैं। जिस वजह से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर कब ट्रेनों का संचालन पहले की तरह होगा। जिस पर अब खुद रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव (Railway Board Chairman VK Yadav) ने जवाब दिया है।

तारीख तय करना मुश्किल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीके यादव ने कहा कि सामान्य ट्रेनों का संचालन पहले की तरह कब से होगा, इसके लिए कोई एक तारीख तय करना संभव नहीं है। रेलवे के अधिकारी लगातार राज्य सरकारों के साथ इस दिशा में बात कर रहे हैं। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे वैसे-वैसे ट्रेनों का संचालन बढ़ता जाएगा। उनके मुताबिक अभी भी स्थित पूरी तरह से सामान्य नहीं हुई है। मौजूदा वक्त में रेलवे की कमाई में पिछले साल की तुलना में 87 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई है।

मार्च 2021 तक 15 हजार करोड़ का लक्ष्य
वीके यादव ने आगे कहा कि चालू वित्त वर्ष में रेलवे की आय 4600 करोड़ रुपये रही है। मार्च 2021 तक इसके बढ़कर 15 हजार करोड़ हो जाने की उम्मीद है। मौजूदा वक्त में जो 4600 करोड़ रुपये रेलवे के पास आ रहे हैं, वो यात्रियों से प्राप्त राजस्व हैं। इसी कमाई को 15 हजार करोड़ तक ले जाना है। पिछले वित्त वर्ष में ये कमाई 53 हजार करोड़ रुपये थी। ऐसे में देखा जाए तो कोविड-19 की वजह से इस साल की कमाई 87 फीसदी कम हुई है।

कैसे होगी नुकसान की भरपाई?
उनके मुताबिक जो नुकसान यात्रियों की कमी से हुआ है, उसको माल ढुलाई के माध्यम से भरा जाएगा। इस दिशा में तेजी से काम भी हो रहा है, जिसका नतीजा है कि रेलवे ने पिछले साल लोडिंग की तुलना में दिसंबर तक 97 प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर लिया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जो ट्रेनें रेलवे चला रहा है उसमें भी औसतन 30 से 40 प्रतिशत तक यात्रियों की कमी देखी जा रही है, जिससे साफ होता है कि महामारी का डर अभी भी लोगों के मन में है। मौजूदा वक्त में रेलवे 1089 विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है, जबकि कोलकाता मेट्रो (Kolkata Metro) अपनी 60 प्रतिशत सेवाएं दे रही है। इसके अलावा मुंबई लोकल (Mumbai suburban Trains) की 88 प्रतिशत सेवाएं चालू हैं, जबकि चेन्नई में ये आंकड़ा 50 प्रतिशत का है। यादव ने कहा कि उनकी टीम हालत पर नजर बनाए हुए है। सामान्य ट्रेन सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से धीरे-धीरे शुरू किया जा रहा है।
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