अपनी नाकामी छुपाने के लिये झूठे इल्जाम लगा रही है महाराष्ट्र सरकार: रेल मंत्री
नई दिल्ली। रेलमंत्री पीयूष गोयल और महाराष्ट्र सरकार के बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को लेकर शुरू हुई तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उद्धव सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि, महाराष्ट्र सरकार ने एक दिन पहले यह आरोप लगाया कि 80 ट्रेन मांगने पर 30-40 ट्रेन मिलने का महाराष्ट्र सरकार का आरोप सरासर गलत है। वस्तुस्थिति ये है कि 65 गाड़ियां जो शेड्यूल हुई उसके लिए महाराष्ट्र सरकार यात्री नही ला पाई। वहां की पूरी व्यवस्था चरमरा गई है, और इसके लिए केंद्र सरकार पर कुछ भी आरोप लगा देना दुर्भाग्यपूर्ण है।
'हमें 145 ट्रेनों की सूची भेजी जो पूरी तरह से असंगठित थी'
पीयूष गोयल ने कहा कि, यहां तक कि वे ट्रेनें भी खाली रहीं उनमें यात्री नहीं थे। देर शाम उन्होंने हमें 145 ट्रेनों की सूची भेजी जो पूरी तरह से असंगठित थी। बिहार और यूपी को 15 दिन पहले कुछ पत्र लिखे गए थे, जिस तारीख को काटकर उन्होंने आज की तारीख डालकर हमें भेजा दिया। पिछले कुछ दिनों में रेलवे को 65 ट्रेन शेड्यूल होने के बाद भी यात्री ना होने की वजह से रद्द करनी पड़ी, क्योंकि महाराष्ट्र सरकार कुछ प्लान नही कर पाई थी। वहां की सरकार द्वारा अपनी नाकामी छुपाने के लिये झूठे इल्जाम लगाना ठीक नही है।
महाराष्ट्र सरकार ठीक से सूची नही दे पा रही है:गोयल
गोयल ने कहा कि, महाराष्ट्र सरकार ठीक से सूची नही दे पा रही है, ट्रेन कहाँ जानी है, कितने स्टॉपेज करने हैं, कौन पैसेंजर किस ट्रेन में जायेगा, ये डेटा के बिना संभव नही है। महाराष्ट्र को मेहनत करने की आवश्यकता है, और वह जल्द से जल्द चीजों को नियंत्रण में लाएं। उन्होंने एक और ट्वीट करके लिखा,"मैं महाराष्ट्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि यह सुनिश्चित करने में पूरी तरह से सहयोग करें कि संकटग्रस्त प्रवासी अपने घरों तक पहुंचे। यात्रियों को समय पर स्टेशन पर लाया जाए, इससे पूरे नेटवर्क और योजना प्रभावित होगी।
उद्धव सरकार पहले बंगाल के साथ मुद्दे को सुलझाए: रेल मंत्री
गोयल ने कहा कि, उन्हें पश्चिम बंगाल के साथ मुद्दों को सुलझाना चाहिए। न तो पश्चिम बंगाल प्रवासी मजदूर लेने की स्थिति में है और न ही महाराष्ट्र उनका प्रस्थान रद्द कर रहा है। केवल प्रवासी पीड़ित हो रहे हैं।बता दें कि, सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार को आरोप लगाया था कि रेलवे पर्याप्त ट्रेनें उपलब्ध नहीं करवा रहा। इसके जवाब में रेल मंत्री ने रविवार शाम 7 बजे से रात 12 बजे तक 9 बार ट्वीट कर महाराष्ट्र सरकार से जानकारी मांगी, लेकिन डिटेल नहीं मिल पाई। रात 2 बजकर 11 मिनट पर गोयल ने 10वां ट्वीट किया और बताया कि 125 ट्रेनों की लिस्ट मांगी थी, लेकिन 46 की ही मिली।
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