जानिए रेल दुर्घटना पर रोक लगाने के लिए मंत्रालय का 'जीपीएस प्लान'
6 सितंबर को रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को एक पत्र भेज कर एक महीने के अंदर इसके लिए तैयारी शुरु करने को कहा है। पत्र में ये निर्देश दिया गया है कि सभी ट्रालियों के लिए अलग-अलग नंबर निर्धारित की जाए
नई दिल्ली। लगातार हो रहे रेल हादसों को रोकने के लिए रेल मंत्रालय ने एक नया प्लान बनाया है। रेल मंत्रालय ने पटरियों की जांच के लिए इस्तेमाल की जा रही सभी ट्रालियों में जीपीएस ट्रैकर लगाने का फैसला किया है। इन ट्रालियों को पटरी पर हाथ से धकेल कर चलाया जाता है और रेल के आने से पहले ये सुनिश्चित किया जाता है कि ट्रैक ठीक है या नहीं।
6 सितंबर को रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को एक पत्र भेज कर एक महीने के अंदर इसके लिए तैयारी शुरु करने को कहा है। पत्र में ये निर्देश दिया गया है कि सभी ट्रालियों के लिए अलग-अलग नंबर निर्धारित की जाए, जिससे पटरियों की सुरक्षा जांच प्रभावी तरीके से हो सके। साथ ही एक महीने के अंदर ट्रालियों पर जीपीएस ट्रैकर लगाने का काम पूरा कर लिया जाए। जानकारों का मानना है कि ऐसी प्रणाली विकसित करने से यह सुनिश्चित हो पाएगा कि सेक्शन इंजीनियर नियमित रूप से निगरानी कर रहे हैं या नहीं। साथ ही मरम्मत कार्यों का भी समूचित रूप से जायजा लिया जा सकेगा।
पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से आए दिन रेल हादसे हो रहे हैं उसके बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे की सुरक्षा के लिए रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है। इस बैठक के दौरान रेलवे की सुरक्षा की व्यापक समीक्षा की गई, साथ ही पीयूष गोयल इस बात पर जोर दिया कि रेलवे की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए।
बैठक के दौरान रेल मंत्री ने 5 अहम निर्देश दिए हैं जिसका तत्काल प्रभाव से पालन करने को कहा गया है। उन्होंने यह निर्देश मुख्य रूप से मानव रहित क्रॉसिंग और ट्रेन के पटरी से उतरने की समस्या से निपटने के लिए दिया है। रेलमंत्री ने साफ निर्दश दिया है कि जल्द से जल्द मानवरहित क्रॉसिंग की समस्या को खत्म किया जाए, इसके लिए उन्होंने तेजी से काम करने का निर्देश दिया है। इस समस्या को एक वर्ष के भीतर खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है, इससे पहले यह लक्ष्य तीन वर्ष का रखा गया था।
पीयूष गोयल ने तमाम रेलवे बोर्ड और सेफ्टी डायरेक्टोरेट बोर्ड के सदस्यों के साथ एक मैराथन बैठक की, इस बैठक में उन्होंने ट्रेन के आवागमन के दौरान सुरक्षा मानकों पर चर्चा की। इस दौरान रेलवे की सुरक्षा को लेकर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन भी दिया गया। साथ ही हाल के दिनों में जिस तरह से तमाम रेल हादसे हुए हैं उसकी विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में पीयूष गोयल ने कहा कि सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए इस मसले पर किस भी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए।