ट्रेन का किराया बढ़ने के बाद हवा में उड़ने को तैयार भारतीय
बुधवार को जब लोग रेल के सफर पर निकले तो उन्हें 14 प्रतिशत की दर से बढ़ाया हुआ किराया भी अदा करना पड़ा। जहां एक तरफ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं तो वहीं इस बढ़ोतरी का एक और पहलू है।
वॉल स्ट्रीट जनरल की मानें तो इस बढ़े हुए रेल किराए की वजह से अब भारत में हवाई यात्रा एक नया उभरता हुआ ट्रेंड है जो लोगों की जरूरत में शुमार हो गया है।
नुकसान
के
बावजूद
आकर्षक
ऑफर्स
वॉल
स्ट्रीट
जनरल
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक
इंडियन
एविएशन
इंडस्ट्री
में
लो
फेयर
वॉर
की
शुरुआत
के
साथ
ही
साथ
बढ़े
हुए
रेल
किरायों
की
वजह
से
अब
एक
आम
भारतीय
नागरिक
का
हवाई
सफर
करने
का
सपना
सच
हो
सकता
है।
पिछले दिनों भारत में एयर एशिया ने भी अपना संचालन शुरू कर दिया है और इसके साथ ही भारत की एविएशन इंडस्ट्री में मौजूद कंपनियों के बीच आपसी प्रतिस्पर्द्धा बढ़ेगी।
वॉल स्ट्रीट की इस रिपोर्ट के मुताबिक जहां एक तरह भारतीय रेल अपने नुकसान को बढ़े हुए किराए से पूरा करना चाहती है तो वहीं एविएशन इंडस्ट्री नुकसान के बावजूद कम किराए के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिशों में लगी हुई है।
कई एयरलाइन कंपनियां पांच रुपए तक में हवाई यात्रा का दावा कर रही हैं हालांकि सिर्फ कुछ ही लोगों को इसका फायदा मिलता है लेकिन जिस तरह से रेलवे की ओर से अब तक के सबसे बड़े इजाफे का ऐलान किया गया है, उसके बाद इन ऑफर्स के बिना भी एयरलाइन कंपनियों की चांदी होने की पूरी संभावना है।
ट्रेन जितना किराया लेकिन समय की बचत
14 प्रतिशत के इजाफे के बाद ट्रेन के फर्स्ट एसी का किराया फ्लाइट से भी महंगा हो गया है। राजधानी एक्सप्रेस जो कि देश की सबसे आधुनिकतम ट्रेन मानी जाती है, फ्लाइट से भी महंगी हो गई है।
उदाहरण के लिए नई दिल्ली से बैंगलोर तक का फर्स्ट एसी का किराया 5,915 रुपए होगा तो वहीं फ्लाइट का किराया 4,815 रुपए। दूसरी तरफ जहां ट्रेन से दिल्ली से बैंगलोर तक की दूरी तय करने में 34 घंटे का समय लग जाता है तो वहीं फ्लाइट से यह दूरी सिर्फ दो घंटे 75 मिनट में ही तय हो जाती है।
वर्ष 201 3 में करीब 61 प्रतिशत लोगों ने देश में कहीं भी आने-जाने के लिए फ्लाइट का सहारा लिया। साफ है कि बढ़े किराए के बाद इस संख्या में इजाफा होने की पूरी उम्मीद है।
हालांकि एयरलाइन कंपनियां भी अपने आर्थिक विस्तार और कम वृद्धि दर की समस्याओं से जूझ रही हैं लेकिन यात्रियों की संख्या में इजाफा उनके लिए अच्छी खबर बन सकता है।