GST धोखाधड़ी के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ज्वाइंट ऑपरेशन, 336 स्थानों पर रेड
नई दिल्ली। जीएसटी में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सरकार की दो एजेंसियों ने गुरुवार को देशभर में एक बड़ा तलाशी अभियान चलाया। दो एजेंसियों ने देश के 336 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। मिली जानकारी के मुताबिक इस छापेमारी में दोनों एजेंसियों के 1200 अफसर तैनात किए गए थे। बताया जा रहे है कि, कुछ निर्यातक ऐसे कर (आईजीएसटी) के भुगतान पर वस्तुओं का निर्यात कर रहे हैं, जो उन्होंने फर्जी आपूर्ति के जरिये हासिल इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) से किया है।
जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) और राजस्व आसूचना महानिदेशालय (डीआरआई) ने धोखाधड़ी कर आईजीएसटी रिफंड का दावा करने वाले निर्यातकों के खिलाफ देश भर में 336 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। इन अभियान में दोनों एजेंसियों के 1,200 अधिकारी शामिल हुए। खुफिया जानकारी मिलने के बाद दोनों एजेंसियों ने डायरेक्टरेट जनरल ऑफ एनालिटिक्स एंड रिस्क मैनेजमेंट द्वारा मुहैया कराये गये आंकड़ों का विश्लेषण किया।इन आंकड़ों का विश्लेषण कर निर्यातकों द्वारा चुकाए गए GST और कस्टम के पास उपलब्ध निर्यात के आंकड़ों का मिलान किया। जब उन्होंने यह कवायद पूरी की तो चौंकाने वाले नतीजे सामने आए।
जिसके बाद एजेंसियों ने दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की इकाइयों के परिसरों में तलाशी अभियान चलाया। इस तरह की खुफिया जानकारी मिली है कि कई निर्यातकों और व्यापारियों ने लगभग 3,500 करोड़ रुपये के इनवॉयस दिखाकर फर्जी ढंग से 470 करोड़ रुपये का ITC जमा कर लिया और उसके जरिये आइजीएसटी का भुगतान कर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि दिनभर चले अभियान से यह तथ्य सामने आया है कि देशभर में फैली कई इकाइयां या तो अस्तित्व में ही नहीं हैं या उन्होंने फर्जी पता दे रखा है। कई लोगों के रेकॉर्ड और दस्तावेजों की शुरुआती जांच से पता चलता है कि 470 करोड़ रुपये का आईटीसी बोगस या जाली है । इसके साथ ही अधिकारियों ने बताया कि 450 करोड़ रुपये की आईजीएसटी रिफंड राशि जांच के दायरे में है।
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