पंडित नेहरू की कही ये बात याद करते हुए राहुल गांधी ने दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
पंडित नेहरू की कही ये बात लिखते हुए
नई दिल्ली। देश आज अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं हैं। ट्विटर पर स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए राहुल गांधी ने देश के पहले प्रधानमंत्री और पंडित जवाहर लाल नेहरु का विचार भी शेयर किया। जिसमें नेहरू ने कहा है कि सह अस्तित्व के साथ नहीं रहे तो सबका विनाश सुनिश्चित है। इससे पहले आज सुबह कांग्रेस कार्यालय में झंडा भी फहराया गया, जिसमें राहुल गांधी और दूसरे बड़े नेता शामिल रहे।
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प्रियंका गांधी ने भी दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
राहुल गांधी की बहन, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट कर लिखा, जान की कीमत चुकाकर, लंबे संघर्ष के बाद भारत को आज़ादी मिली। करोड़ों हिंदुस्तानी एक होकर सत्य के लिए लड़े और जीते। जान की बाजी लगाकर हमें अपनी आजादी की रक्षा करनी है। स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर मोर्चे पर डटे जवानों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों, किसानों और मजदूरों को नमन।
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इन नेताओं ने भी दी शुभकामनाएं
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा, स्वतंत्रता दिवस' के अवसर पर मैं उन सभी महान सेनानियों के चरणों में कोटि-कोटि वंदन करता हूँ जिन्होंने अपने पराक्रम और बलिदान से देश को आजादी दिलाई और साथ ही उन सभी वीरों को भी नमन करता हूँ जिन्होंने आज़ादी के बाद देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने निवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और ट्वीट कर लोगों को दी 74 वें स्वतंत्रता दिवस की दी बधाई।
पीएम ने स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से कहा कि आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आजाद कराने के लिए समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है। मोदी ने कहा, गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी।