मोदी सरकार से राहुल का सवाल- पूंजीपति मित्रों का कर्ज माफ हो सकता है, तो किसानों का क्यों नहीं?
नई दिल्ली, 28 जुलाई: कोरोना महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र जारी है। पहले तो विपक्षी दलों ने दिल्ली की सीमा पर हो रहे किसान आंदोलन का मुद्दा उठाया। साथ ही तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। वहीं अब किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा गर्मा गया है। बुधवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस मुद्दे को उठाया। साथ ही मोदी सरकार पर सिर्फ पूंजीपतियों की मदद करने का आरोप लगाया।
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राहुल गांधी ने एक रिपोर्ट शेयर की, जिसमें बताया गया कि सरकार ने संसद में साफ कह दिया है कि कृषि कर्ज माफ करने की योजना नहीं है। किसानों पर 16.80 लाख करोड़ रुपये का एग्रीकल्चर लोन बकाया है। इस रिपोर्ट के साथ राहुल गांधी ने लिखा कि जब मित्रों का कर्ज माफ करते हो, तो देश के अन्नदाता का क्यों नहीं? किसानों को कर्ज-मुक्त करना मोदी सरकार की प्राथमिकता नहीं है। ये सरासर अन्याय है।
'गृह मंत्री ने जो नफरत बोई है, उसका परिणाम भुगत रहा देश', असम-मिजोरम विवाद पर बोले राहुल गांधी
वित्त
राज्यमंत्री
ने
कही
ये
बात
दरअसल
संसद
में
एक
लिखित
सवाल
के
जवाब
में
पूछा
गया
कि
केंद्र
सरकार
किसानों
के
कर्जमाफी
के
लिए
क्या
कदम
उठा
रही
है।
जिस
पर
वित्त
राज्यमंत्री
भागवत
किशनराव
कराड
ने
कहा
कि
कर्जमाफी
को
लेकर
फिलहाल
सरकार
किसी
योजना
पर
नहीं
काम
कर
रही
है।
नबार्ड
के
आंकड़ों
पर
गौर
करें,
तो
मौजूदा
वक्त
में
किसानों
पर
16.8
लाख
करोड़
का
कर्ज
है।
वहीं
राज्यों
की
बात
करें
तो
तमिलनाडु
सबसे
ऊपर
है,
जहां
पर
किसानों
के
ऊपर
1.89
लाख
करोड़
का
कर्ज
है।