राहुल का पीएम मोदी पर हमला, कहा- अन्नदाता सड़कों पर धरना दे रहे हैं और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण
किसानों के विरोध-प्रदर्शन को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी अपना समर्थन देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान धरने पर बैठे हुए हैं। पंजाब और हरियाणा से आए किसानों के विरोध-प्रदर्शन को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी अपना समर्थन देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश का अन्नदाता अपनी मांगों के लिए सड़कों पर धरना दे रहा है और 'झूठ' टीवी पर भाषण दे रहा है। इससे पहले सोमवार को भी राहुल गांधी ने किसानों के हक में ट्विटर पर एक कैंपेन शुरू किया था।
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मंगलवार को राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं, और 'झूठ' टीवी पर भाषण। किसान की मेहनत का हम सब पर कर्ज है। ये कर्ज उन्हें न्याय और हक देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियां मारकर और आंसू गैस चलाकर। जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।'
'जब
किसान
आवाज
उठाता
है
तो
पूरे
देश
में
गूंजती
है'
वहीं,
सोमवार
को
राहुल
गांधी
ने
ट्वीट
कर
किसानों
के
हक
में
एक
कैंपेन
शुरू
किया।
राहुल
ने
अपने
ट्वीट
में
लिखा,
'मोदी
सरकार
ने
किसान
पर
अत्याचार
किए,
पहले
काले
क़ानून,
फिर
चलाए
डंडे
लेकिन
वो
भूल
गए
कि
जब
किसान
आवाज़
उठाता
है
तो
उसकी
आवाज़
पूरे
देश
में
गूंजती
है।
किसान
भाई-बहनों
के
साथ
हो
रहे
शोषण
के
ख़िलाफ
आप
भी
#SpeakUpForFarmers
campaign
के
माध्यम
से
जुड़िए।'
किसान
संगठनों
का
बातचीत
से
इंकार
आपको
बता
दें
कि
केंद्रीय
कृषि
मंत्री
नरेंद्र
सिंह
तोमर
ने
आज
किसान
संगठनों
को
बातचीत
के
लिए
भी
बुलाया
है,
लेकिन
किसानों
का
कहना
है
कि
जब
तक
सभी
संगठनों
को
बातचीत
के
लिए
नहीं
बुलाया
जाता,
तब
तक
वो
नहीं
जाएंगे।
पंजाब
किसान
संघर्ष
समिति
के
संयुक्त
सचिव
सुखविंदर
सिंह
सबरान
ने
कहा
कि
देशभर
में
इस
समय
500
से
ज्यादा
किसान
संगठन
सड़कों
पर
हैं,
लेकिन
सरकार
ने
न्योता
केवल
32
संगठनों
को
ही
भेजा
है।
सुखविंदर
सिंह
ने
कहा
कि
जब
तक
सरकार
सभी
किसान
संगठनों
को
नहीं
बुलाते,
वो
बातचीत
के
लिए
नहीं
जाएंगे।
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