कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार गिरने पर राहुल गांधी ने कही ये बड़ी बात
नई दिल्ली। कर्नाटक में पिछले दो सप्ताह से चली आ रही सियासी खींचतान मंगलवार शाम समाप्त हो गई। विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट में 14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार अपनी बहुमत साबित करने में असफल रही। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार गिरने के बाद कांग्रेस के पूर्व प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने कहा कि, सरकार बनने के पहले दिन से ही वह स्वार्थी लोगों के निशाने पर थी। आज सरकार गिरने के बाद कर्नाटक में लालच की जीत हुई है।
मंगलवार देर रात राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, अपने पहले दिन से ही कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन कुछ स्वार्थी लोगों के निशाने पर था।पार्टी के अंदर और बाहर के कुछ लोगों के निजी स्वार्थ की राह में यह गठबंधन रोड़ा था। लालच की जीत हुई, कर्नाटक के लोगों की ईमानदारी और लोकतंत्र की हार हुई।
From its first day, the Cong-JDS alliance in Karnataka was a target for vested interests, both within & outside, who saw the alliance as a threat & an obstacle in their path to power.
Their greed won today.
Democracy, honesty & the people of Karnataka lost.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 23, 2019
मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव के लिए वोटिंग हुई, जिसमें कुमारस्वामी सरकार को 99 विधायकों का समर्थन मिला जबकि बीजेपी के पक्ष में 105 वोट पड़े। गठबंधन सरकार कुल 6 मतों से पीछे रह गई। गठबंधन सरकार के गिरने के बाद कांग्रेस के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि, कर्नाटक की गठबंधन सरकार को केंद्र सरकार, कर्नाटक के राज्यपाल, महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने मिलकर गिराया है।
वहीं सरकार गिरने के बाद कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया बोले कि, मैं फिर से कहना चाहूंगा कि जो लोग 'ऑपरेशन कमल' में शामिल हुए हैं, उन्हें दोबारा हमारी पार्टी में कभी शामिल नहीं किया जाएगा। चाहे आसमान ही क्यों ना गिर पड़े। सदन में वोटिंग की प्रक्रिया से अनुपस्थित रहकर हमारे 15-16 विधायकों ने विप का उल्लंघन किया है। यह संविधान की 10वीं अनुसूची का उल्लंघन है इसलिए इनकी सदस्यता खत्म हो सकती है।
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