राहुल गांधी असम में बोले- सरकार बनने पर नॉर्थ ईस्ट की संस्कृति और इतिहास का करेंगे संरक्षण
नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को असम में चुनावी रैली की। असम के गुवाहाटी में कांग्रेस की रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो वो पूर्वोत्तर(नार्थईस्ट) की संस्कृति, इतिहास और बोली का संरक्षण करेगी। राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने इस क्षेत्र के हर राज्य में आग लगाई है।
राहुल ने बीजेपी-आरएसएस पर लगाया आरोप
राहुल ने कहा कि बीजेपी-आरएसएस ने पूर्वोत्तर के हर राज्य में आग लगाई है। ये आपके इतिहास, संस्कृति भाषा और जीवनशैली पर आक्रमण कर रहे हैं। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाने की कोशिश कि अगर वो सत्ता में आए तो उनकी सरकार उनके क्षेत्र की पहचान की रक्षा करने की दिशा में काम करेगी। उन्होंने असम की जनता ने वादा किया कि कांग्रेस की सरकार बनने पर वो फिर से असम को विशेष राज्य का दर्जा देंगे। इसके साथ ही वो दोबारा नार्थ ईस्ट इंडस्ट्रीयल एंड इन्वेसमेंट प्रमोशन पॉलिसी (एनईआईआईपीपी) को दोबारा लागू करेंगे।
पीएम मोदी ने असम के अधिकार छीने
राहुल गांधी ने आगे कहा कि भाजपा ने नार्थ ईस्ट के लोगों के अधिरकार छीन लिए हैं। हम उनको वापस दिलाने के लिए पूरजोर कोशिश करेंगे। असम के चाय बेल्ट में हाल ही में हुई त्रासदी पर राहुल ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाय बागानों के लिए बड़ी घोषणाएं कीं, लेकिन कुछ नहीं किया। हम प्रत्येक राज्य में करने वाले व्यक्ति को न्यूनतम मजदूरी की गारंटी देंगे। राहुल ने पाकिस्तान की सीमा पार कर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर सुबह सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले एयरफोर्स के पायलटों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि सिटिजन बिल को लेकर जब आप लोगों को हमारी जरूरत थी, हम आपके साथ खड़े रहे और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) बिल को रोका। अब आपकी बारी है, सरकार बनने पर हम हर हिंदुस्तानी को संरक्षण देंगे। गौरतलब है कि असम में 14 लोकसभा सीटें हैं और ये पूर्वोत्तर में सबसे अधिक सीटों वाला राज्य है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महज 3 सीटें ही जीतने में कामयाब रही थी, जबकि बीजेपी ने 7 सीटें जीती थी। 4 सीटें अन्य को मिली थी।