राहुल गांधी लंदन में बोले डोकलाम में अभी तक मौजूद हैं चीनी सैनिक, बोले पीएम नरेंद्र मोदी चाहते तो नहीं होती यह स्थिति
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ब्रिटेन के लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डोकलाम विवाद के बहाने निशाना साधा है।
लंदन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ब्रिटेन के लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डोकलाम विवाद के बहाने निशाना साधा है। राहुल गांधी ने यहां पर एक चर्चा के दौरान दावा किया है कि आज भी डोकलाम में चीनी सैनिक मौजूद हैं। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे रोक सकते थे अगर वह स्थिति पर सावधानी से नजर रखते। आपको बता दें कि पिछले वर्ष डोकलाम में जून माह में भारत और चीन के बीच विवाद पैदा हो गया था। दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं और 73 दिन बाद जाकर यानी अगस्त 2017 में यह विवाद खत्म हो सका था।
पीएम मोदी ने नहीं रखी नजर
राहुल ने लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज में बोलते हुए कहा, 'डोकलाम इकलौता विवाद नहीं है बल्कि यह एक के बाद एक हुई कई घटनाओं का हिस्सा था, यह एक प्रक्रिया थी।' राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने डोकलाम को एक घटना के तौर पर देखा। अगर वह इस प्रक्रिया पर सावधानी से नजर रखते तो इसे रोक सकते थे। राहुल ने आगे कहा सरकार डोकलाम पर तथ्यों के छिपा रही थी। राहुल की मानें तो इस दौरान जो शब्द प्रयोग किए गए थे वे काफी रोचक थे। उन्होंने कहा, 'सरकार ने कहा चीन संपर्क बिंदु से पीछे हट गया है, चीनी सैनिक उस जगह से पीछे हट गए हैं जहां पर झगड़ा हुआ था। जबकि हकीकत यह है चीनी सैनिक आज भी डोकलाम में मौजूद है।' उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत ने पूरे दम से इसका जवाब दिया होता तो फिर डोकलाम नहीं होता।
क्या है डोकलाम की अहमियत
डोकलाम रणनीतिक तौर पर काफी अहमियत रखता है और इस पर भूटान अपना दावा जताता है। चीनी सैनिकों की ओर से इस हिस्से पर सड़क निर्माण के बाद यहां पर विवाद शुरू हुआ। इस विवाद की वजह से 73 दिनों तक भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने थे। भारत हमेशा इस इलाके को सुरक्षा के लिहाज से काफी संवेदनशील मानता है क्योंकि यहां पर चीन की पहुंच काफी आसान है। डोकलाम में चीनी सैनिकों की मौजूदगी 'चिकेन्स नेक' को आसानी से निशाना बनाने के लिए काफी है। चिकेन्स नेक पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में स्थित वह हिस्सा है जो नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों को भारत से जोड़ता है। 28 अगस्त को जाकर यह विवाद खत्म हो सका था।
संसदीय समिति के सदस्य राहुल डोकलाम अनजान!
राहुल गांधी इस माह की शुरुआत में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर भी हमला बोल चुके हैं। वहीं इंग्लिश डेली टाइम्स ऑफ इंडिया की मानें तो राहुल गांधी से जब यहां पर सवाल पूछा गया कि अगर वह सत्ता में होते तो इस स्थिति से कैसे निबटते तो उनका जवाब था, 'मेरे पास डोकलाम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो मैं आपको नहीं बता सकता था मैं इस स्थिति से कैसे निबटता।' राहुल गांधी का जवाब वाकई थोड़ा हैरान करने वाला था। राहुल गांधी विदेश मामलों पर बनाई गई संसदीय समिति के सदस्य हैं। इस समिति ने ही डोकलाम में जारी सैन्य विवाद से जुड़े कई पहलुओं का निरीक्षण किया था। ऐसे में राहुल गांधी का यह कहना कि उनके पास डोकलाम से जुड़ी जानकारी नहीं है, अपने आप में हैरानी पैदा करने वाला है।