छंटनी से संबंधित कानून पर राहुल गांधी का पलटवार, कहा- 'किसानों के बाद अब मोदी सरकार का मजदूरों पर वार'
नई दिल्ली: इस बार मानसून सत्र में उद्योग और कृषि से जुड़े कई अहम बिल पास हुए हैं। जिसको लेकर विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर हमलावर हैं। साथ ही उसे किसान और मजदूर विरोधी भी बता रही हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी भी लंबे वक्त से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। अब उन्होंने संसद में पास हुए उस बिल का विरोध किया है, जिसमें निजी कंपनियों को छंटनी की इजाजत दी गई है।
Recommended Video
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि किसानों के बाद अब मोदी सरकार का मजदूरों पर वार। गरीबों का शोषण, 'मित्रों' का पोषण...यही है बस मोदी जी का शासन। इसके साथ उन्होंने उस न्यूज पेपर की कटिंग शेयर की है, जिसमें छंटनी संबंधित बात कही गई है। इसके अलावा कर्जमाफी के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने जो कहा है वो किया है, बीजेपी के सारे वादे झूठे हैं।
क्या
है
नया
नियम?
औद्योगिक
संबंध
संहिता-2020
विधेयक
(Industrial
Relations
Code
Bill
2020)
में
उद्योगों
और
प्राइवेट
कंपनियों
को
लेकर
तमाम
प्रावधान
हैं।
जिस
बात
पर
सबसे
ज्यादा
हंगामा
मचा
है,
वो
ये
है
कि
अब
300
से
कम
कर्मचारियों
वाली
कंपनियां
बिना
सरकार
की
मंजूरी
के
जब
मन
तब
छंटनी
कर
सकती
हैं।
दूसरी
शब्दों
में
कहें
तो
Hire
और
Fire
के
लिए
कंपनियों
को
किसी
से
इजाजत
लेने
की
जरूरत
नहीं
है।