Monsoon Session: सांसदों के निलंबन पर बोले राहुल गांधी- 'लोकतंत्र को खामोश करने की हो रही कोशिश'
नई
दिल्ली:
मोदी
सरकार
ने
रविवार
को
राज्यसभा
में
कृषि
संबंधि
दो
विधेयक
पेश
किए।
इसके
बाद
ध्वनि
मत
से
उसे
पास
करवा
दिया।
जिस
पर
विपक्ष
के
कुछ
सांसदों
ने
जमकर
हंगामा
किया
और
वो
सभापति
तक
पहुंच
गए।
इसके
बाद
कार्रवाई
करते
हुए
सभापति
वेंकैया
नायडू
ने
8
सांसदों
को
एक
हफ्ते
के
लिए
सस्पेंड
कर
दिया।
मामले
में
अब
राहुल
गांधी
ने
पलटवार
किया
है।
साथ
ही
कृषि
संबंधि
विधेयकों
पर
भी
सवाल
उठाए
हैं।
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि लोकतंत्र को खामोश करने की कोशिश जारी है। शुरू में इसे शांत किया गया और अब किसान बिल पर चिंता जाहिर करने पर सांसदों को निलंबित कर दिया गया। उन्होंने कृषि विधेयकों को मोदी सरकार का काला कानून बताया है। उन्होंने आगे लिखा कि इस सर्वज्ञ सरकार के अंतहीन अहंकार ने पूरे देश के लिए आर्थिक संकट ला दिया है।
विरोधी
राहुल
पर
हमलावर
एक
ओर
राहुल
गांधी
ट्विटर
के
जरिए
मोदी
सरकार
पर
हमलावर
हैं,
तो
वहीं
बीजेपी
समेत
कई
कांग्रेस
विरोधी
दल
उनके
खिलाफ
बयानबाजी
कर
रहे
हैं।
राहुल
गांधी
अपनी
मां
सोनिया
गांधी
के
साथ
विदेश
गए
हैं,
जिस
वजह
से
वो
लोकसभा
में
अभी
नहीं
दिखे।
रविवार
को
आम
आदमी
पार्टी
ने
राहुल
को
लेकर
ट्विटर
पर
एक
पोस्ट
की
थी।
जिसमें
उनका
चेहर
ब्लर
करके
सवाल
पूछा
गया
कि
एक
सांसद
जो
कृषि
बिल
के
विरोध
की
बात
करते
हैं,
लेकिन
सदन
में
नहीं
आते
और
ना
ही
बिल
के
खिलाफ
वोट
करते
हैं।
कृपया
उनका
नाम
बताएं।
राज्यसभा में हंगामा: सांसदों ने फाड़ी रूल बुक, धरने पर भी बैठे फिर भी आधी रात तक चली संसद
ये
8
सांसद
हुए
हैं
सस्पेंड
राज्यसभा
में
हंगामा
करने
वाले
आठ
सांसदों
को
आज
सभापति
वेंकैया
नायडू
ने
सस्पेंड
कर
दिया
है।
जिसमें
तृणमूल
कांग्रेस
के
डेरेक
ओ'ब्रायन
और
डोला
सेन,
कांग्रेस
के
राजू
साटव,
सैयद
नासिर
हुसैन
और
रिपुण
बोरा,
आम
आदमी
पार्टी
के
संजय
सिंह,
सीपीआई-एम
के
केके
रागेश
और
एलमाराम
करीम
शामिल
हैं।
ये
सभी
एक
हफ्ते
तक
सदन
की
कार्यवाही
में
हिस्सा
नहीं
ले
सकते
हैं।