नियमों को ताक पर रख हुई राहुल गांधी से लालू की मुलाकात? गृह मंत्रालय ने तलब की रिपोर्ट
अब पता लगाया जा रहा कि चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू यादव की मुलाकात आखिर राहुल गांधी के साथ हुई कैसे?
रांची। लालू प्रसाद यादव यूं तो सालों तक यूपीए का हिस्सा रहे। कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में रेल मंत्री जैसा ओहदा भी उन्हें मिला। सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ लालू करीबी किसी से छिपी नहीं है, लेकिन उन्होंने कभी सोचा नहीं होगा कि जिस राहुल गांधी से वह यूं ही मिल लिया करते थे, अब उनके साथ एक मुलाकात भी जांच का विषय हो सकती है। मामला 30 अप्रैल का है, जब लालू यादव एम्स से छुट्टी लेने के बाद रांची लौट रहे थे। लेकिन रांची लौटने से पहले लालू यादव की मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से हुई थी। अब यही मुलाकात उनके लिए सिरदर्द बन गई है। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड सरकार से रिपोर्ट मांगी है। दूसरी ओर राज्य सरकार ने भी मामले की आंतरिक जांच शुरू हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, अब पता लगाया जा रहा कि चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू यादव की मुलाकात आखिर राहुल गांधी के साथ हुई कैसे? सुरक्षा घेरा किस स्तर पर तोड़ा गया? लालू की सुरक्षा में दिल्ली में तैनात रांची पुलिस के 19 पदाधिकारी-जवानों से आखिर कहा पर चूक हुई? सूत्रों के मुताबिक, रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने जांच की जिम्मेदारी डीएसपी कंपोजिट कंट्रोल रूम (सीसीआर) तुषार कांत झा को सौंपी है।
लालू यादव की जिस वक्त राहुल गांधी से मीटिंग हुई थी, उस वक्त उनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ जवान लगे थे। राहुल गांधी से मुलाकात के वक्त एनएसजी के कमांडो भी मौजूद थे। सवाल इस बात पर उठ रहे हैं कि जेल प्रशासन की मंजूरी के बिना राहुल गांधी ने उनके साथ मुलाकात कैसे की? मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि रांची की बिरसा मुंडा जेल के अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी ने मुलाकात की इजाजत नहीं थी। लालू यादव इसी जेल में सजा काट रहे हैं। जेल अधीक्षक का कहना है कि उनसे किसी ने कोई स्वीकृति नहीं मांगी और इसकी उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी है।
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