वायनाड में बोले राहुल गांधी- गोडसे की तरह ही नफरत से भरे हैं मोदी, दोनों की विचारधारा एक
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नई दिल्ली। केरल के वायनाड में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे और पीएम नरेंद्र मोदी एक ही विचारधारा में विश्वास करते हैं, उनमें कोई अंतर नहीं है। गुरुवार को राहुल ने यहां कहा कि जैसे गोडसे के भीतर नफरत ही नफरत भरी थी, उसी तरह नरेंद्र के भीतर भी नफरत भरी हुई है।
जो गोडसे के साथ था वही मोदी के साथ है
नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, गोडसे और मोदी की विचारधारा में सिर्फ एक फर्क है और वे यो कि नरेंद्र मोदी को यह कहने की हिम्मत नहीं है कि वह गोडसे में विश्वास करते हैं। गोडसे ने गांधी जी को मारा क्योंकि उसे ना खुद में भरोसा था और ना ही वो किसी से प्यार करता था। बिल्कुल यही पीएम के साथ भी है। तरह ही नफरत से भरे प्रधानमंत्री मोदी को किसी की परवाह नहीं वो सिर्फ खुद से प्यार करते हैं।
गोडसे की तरह मोदी से भी लड़ना है: राहुल
वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आज (30 जनवरी) की तारीख में ही 1948 में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी। गोडसे की सोच से देश को बचाने की जरूरत है। जिस तरह से हम गोडसे की विचारधारा से लड़े ठीक वैसे ही हमे इस आदमी (नरेंद्र मोदी) की विचारधारा से भी लड़ना है। सभा से पहले राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के कलपेटा इलाके में 'संविधान बचाओ' मार्च का नेतृत्व भी किया।
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'नरेंद्र मोदी मुझसे भारतीयता का सबूत मांगने वाले होते कौन हैं'
राहुल ने सीएए और एनआरसी को लेकर कहा, भारतीयों को यह साबित करने के लिए बनाया जा रहा है कि वे भारतीय हैं। यह तय करने के लिए नरेंद्र मोदी कौन होते हैं कि क्या मैं भारतीय हूं? किसने उन्हें यह तय करने का लाइसेंस दिया है कि कौन भारतीय है और कौन नहीं? मैं जानता हूं कि मैं एक भारतीय हूं और मुझे इसे साबित करने की जरूरत नहीं है।
राहुल ने कहा कि जब भी आप नरेंद्र मोदी से बेरोजगारी और नौकरियों के बारे में पूछते हैं, तो वह अचानक ध्यान भटकाते हैं। एनआरसी और सीएए से नौकरियां नहीं मिलने जा रही हैं, कश्मीर की स्थिति और असम को जलाने से हमारे युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। युवाओं को रोजगार चाहिए।