कश्मीर पर राहुल गांधी ने ट्वीट और बयान देकर पाकिस्तान की मीडिया में बटोरीं हेडलाइंस
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को जम्मू कश्मीर के दौरे पर थे। वायनाड से सांसद राहुल के साथ विपक्ष के 11 नेता भी थे और यहां पर श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था। राहुल गांधी समेत विपक्ष के बाकी नेताओं को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया गया और ये सभी लोग वापस लौट आए। लेकिन राहुल ने वापस आने के बाद रविवार को कश्मीर के हालातों पर ट्वीट किया। राहुल अपनी इस ट्वीट के साथ ही पाकिस्तान की मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं। राहुल गांधी ने पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद प्रतिबंधों को बयां करने वाला एक ट्वीट किया था।
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राहुल के ट्वीट आया चर्चा में
राहुल ने रविवार को जो ट्वीट किया था, उसके साथ उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के साथ अपनी बातचीत का वीडियो भी शेयर किया है। राहुल ने ट्वीट में लिखा था, 'जम्मू कश्मीर के लोगों की आजादी और सामाजिक स्वतंत्रता को खत्म हुए 20 दिन हो चुके हैं। जो हमने कल श्रीनगर दौरे पर महसूस किया उसके बाद विपक्ष के नेताओं और मीडिया कर्मियों को जम्मू कश्मीर के लोगों पर प्रशासन और निर्मम बल का अंदाजा लग चुका है।' राहुल के इस ट्वीट को पाकिस्तान की मीडिया में हाईलाइट किया जा रहा है।
पाक के हर बड़े अखबार में राहुल
राहुल के ट्वीट के अलावा कांग्रेस के ट्विट को भी पाकिस्तान के अखबार द डॉन और एक्सप्रेस ट्रिब्यून समेत कई बड़े अखबारों ने जगह दी है। राहुल गांधी का बयान अब पाकिस्तान मीडिया के साथ ही पाक में राजनीतिक पार्टियों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। राहुल के साथ आए विपक्ष के 11 नेताओं के प्रतिनिधि दल को प्रशासन के अधिकारियों ने दिल्ली वापस भेज दिया। राहुल के कश्मीर जाने को लेकर अब देश मे भी राजनीति गर्मा गई है। बीएसपी सुप्रीम मायावती ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य होने में अभी समय लगेगा।
वीडियो के जरिए लगाए आरोप
राहुल गांधी ने अपनी ट्वीट के साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया है। इस वीडियो में राहुल अधिकारियों से कहते दिख रहे हैं कि वह राज्यपाल के बुलावे पर श्रीनगर आए हैं। वीडियो में वह सुझाव देते नजर आ रहे हैं कि उन्हें समूह में नहीं बल्कि व्यक्तिगत रूप से घाटी का दौरा करने दिया जाए। राहुल गांधी ने वीडियो के जरिये आरोप लगाया कि प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी की गई, इससे साफ है कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य नहीं है।
राज्यपाल बोले राजनीति कर रहे राहुल
इस मामले पर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शनिवार को राहुल पर आक्रामक तेवर अपनाए थे। उन्होंने कहा था कि अभी राहुल गांधी की यहां कोई जरूरत नहीं है।उनकी जरूरत यहां तब थी, जब उनके सहयोगी संसद में बोल रहे थे। अगर वह स्थिति को बिगाड़ना चाहते हैं और यहां आकर दिल्ली में उनके द्वारा बताए गए झूठ को दोहराना चाहते हैं, तो यह अच्छा नहीं है। राज्यपाल के मुताबिक उन्होंने राहुल को अच्छी भावना से आमंत्रित किया था लेकिन, उन्होंने राजनीति करनी शुरू कर दिया है।