दिल्ली में हुई हिंसा की राहुल गांधी ने की निंदा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील
नई दिल्ली। दिल्ली में नागरिकता कानून के विरोध में सोमवार को एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी। दिल्ली के जाफराबाद , मौजपुर और करावल नगर में हुई हिंसा का कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने निंदा की है। राहुल ने अपने ट्वीट में लोगों से संयम बरतने और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अपील की है। सीएए के समर्थन और विरोध करने वाले समूहों के बीच हुई झड़प के दौरान आज दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल की भी मौत हो गई।
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राहुल गांधी ने आज हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि, दिल्ली में आज की हिंसा परेशान करने वाली है। इसकी निंदा की जानी चाहिए। शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है। मैं दिल्ली के नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे उकसावे में नहीं आएं और संयम, करुणा और समझ दिखाएं। वहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, दिल्ली पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह से विफल रही है।
कांग्रेस ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि, दिल्ली के सीएम ने अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह किनारा कर लिया है, जबकि गृह मंत्रालय चुप हैं। गृह मंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। दिल्ली के लोग आरोप-प्रत्यारोप राजनीति की कीमत चुका रहे हैं। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसक प्रदर्शन के बाद केंद्र सरकार से गुहार लगाई है।
वहीं उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरकिता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के चलते तिमारपुर-वजीराबाद रोड पर लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ है। सीएए के खिलाफ हिंसा को देखते हुए उद्योग भवन, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और जनपथ मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट बंद किए गए। केंद्रीय सचिवालय पर इंटरचेंज की सुविधा मौजूद रहेगी। उधर हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय के सूत्रों का दावा, अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे के नजर सुनियोजित तरीके से हिंसा की आशंका। दिल्ली पुलिस कमिश्नर कंट्रोल रूम से ही हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
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