राहुल गांधी की कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए बदली परंपरा, अब यूं करेगी उम्मीदवारों का चुनाव
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ समेत चार राज्यों में आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस कमर कसनी शुरू कर दी है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उम्मीदवारों के चयन के लिए वर्षों पुरानी परंपरा को बदलने का फैसला लिया है। जिसके तहत अब कांग्रेस पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी उम्मीदवारों का चयन करने के लिए ग्राउंड जीरो से प्राइवेट इंटेलिजेंस इनपुट लेगी उसके बाद संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया जाएगा। इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन को और अधिक लोकतांत्रिक बनाने के उद्देश्य से तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी को ग्राउंड जीरो तक पहुंचकर उन उम्मीदवारों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। जिसके बाद उनकी रिपोर्ट पर विचार किया जाएगा और उसमें वो खरे उतरे तो टिकट पक्टा समझा जा सकता है।
कहां से आया यह आइडिया?
पार्टी सूत्रों की मानें तो उम्मीदवारों के चयन का तरीका बदलने का आइडिया छत्तीसगढ़ से आया है क्योंकि पार्टी ने वहां पर इसी तर्ज के आधार पर उम्मीदवार को खोजने की कोशिश की है। इस नई व्यवस्था के बाद ये भी साफ हो गया है कि अब कांग्रेस से टिकट के लिए दिल्ली का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। बल्कि नेता खुद इलाके में पहुंचकर नेताओं के बारे में फिडबैक लेंगे।
पहले किस तरह दिया जाता था टिकट?
कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को टिकट पान के लिए पहले दिल्ली का चक्कर लगाना पड़ता था। बार-बार उनको दिल्ली पहुंचकर 24 अकबर रोड स्थित कोंग्रेस मुख्यालय या फिर बड़े नेताओं से मिलकर फीडबैक देना पड़ता था। लेकिन राहुल गांधी की इस नई व्यवस्था के बाद इन सब चीजों से मुक्ति मिल जाएगी।
इन राज्यों में पहले ही फीडबैक ले चुकी है कांग्रेस
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के नेता बूथ लेव कमेटी, ब्लॉक लेवल कमेटी और डिस्ट्रिक्ट लेवल कमेटी बनाकर पहले ही फीडबैक ले चुके हैं। अब स्क्रीनिंग कमेटी उन नेताओं के क्षेत्रों में जाकर रिपोर्ट की वास्तविकता का हाल जानेगी। उसके बाद रिपोर्ट के आधार पर टिकट बाटेगी। वैसे यह नई व्यवस्था कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
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