कच्चे तेल के दामों में आई गिरावट पर बोले राहुल- दुनिया में घटे दाम, यहां कब सुनेगी सरकार?
नई दिल्ली। कोरोना लॉकडाउन की वजह से दुनियाभर में तेल के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट मार्केट में कच्चे तेल की कीमत माइनस 37.63 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी। ऐतिहासिक गिरावट को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा है कि दुनिया भर में तेल की कीमतें इतनी गिर चुकी हैं फिर भी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी क्यों नहीं आई है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है, 'दुनिया में कच्चे तेल की क़ीमतें अप्रत्याशित आंकड़ो पर आ गिरी हैं, फिर भी हमारे देश में पेट्रोल 69 रुपए, डीजल 62 रुपए प्रति लीटर क्यों? इस विपदा में जो दाम घटे, सो अच्छा। कब सुनेगी ये सरकार? उन्होंने सवाल किया कि पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने की मांग पर सरकार क्यों ध्यान नहीं दे रही है? राहुल गांधी लगातार सरकार को घेर रहे हैं।
इससे पहले कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार को आम उपभोक्ताओं को राहत देनी चाहिए। खेड़ा ने पत्रकारों से कहा, तेल की कीमतों में अचानक अप्रत्याशित कमी का आना एक ऐतिहासिक मौका है। इतनी कमी कि वह शून्य से भी नीचे जा पहुंचा। एक बार तो ऐसा क्षण आया कि दाम शून्य से 37 डॉलर नीचे चला गया। इसका कारण है कि अमेरिका में इस कच्चे तेल का कोई खरीददार नहीं हैं।
वहीं मिलिंद देवड़ा ने लिखा, भारत ब्रेंट क्रूड तेल का आयात करता है न कि डब्ल्यूटीआई का, जिसकी मौजूदा कीमत 21 डॉलर प्रति बैरल है। कमजोर मांग के कारण हम कम तेल का आयात करेंगे। दाम गिरेंगे। साथ ही हम तेल की कीमतों से ऑफसेट लाभ पा सकते हैं। अंत में, जब निजी वाहन, बसें, स्टीम लोकोमोटिव और हवाई जहाज के पहिए थमे हुए हैं, तो उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती से लाभ नहीं हो सकता है।
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