राहुल गांधी ने स्वीकार किया सत्यपाल मलिक का न्योता,बोले- कब आ सकता हूं कश्मीर?
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक से पूछा कि मैं कश्मीर कब आ सकता हूं? राहुल ने जम्मू-कश्मीर के गवर्नर के आरोपों पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने गवर्नर से कहा कि वो बिना किसी शर्त के कब घाटी का दौरा कर सकते हैं? राहुल ने अपने ट्वीट में उनको 'मालिक' संबोधित करते हुए तंज कसा है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा-कब आऊं
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि प्रिय मालिक जी, मैं अपने ट्वीट पर आपका कमजोर जवाब देखा। मैं जम्मू-कश्मीर आने का आपका न्योता स्वीकार करता हूं, बिना किसी शर्त के, कब आ सकता हूं? मंगलवार को जम्मू-कश्मीर राजभवन ने एक बयान जारी कर कहा था कि विपक्षी पार्टी के नेताओं के दौरे से समस्याएं और बढ़ेंगी और स्थानीय लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसमें आगे कहा गया था कि राहुल गांधी कश्मीर की स्थिति के बारे में संभवतः सीमा पार से फैलाई जा रही फर्जी खबरों का जवाब दे रहे हैं। जबकि कश्मीर में स्थिति फिलहाल शांतिपूर्ण बनी हुई है।
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राहुल ने मंगलवार को भी किया था ट्वीट
राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था कि प्रिय सत्यपाल मलिक, मैं विपक्ष के नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के निमंत्रण को स्वीकार करना चाहता हूं। हमें एयरक्राफ्ट मत दीजिए, लेकिन इस बात को तय कर दीजिए कि हमें वहां घूमने और लोगों से मिलने की आजादी होगी। हमारे मेन स्ट्रीम लीडर और सेना के जवान वहीं रहेंगे।
सत्यपाल मलिक ने क्या कहा था?
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अनुच्छेद 370 हटाने पर राहुल के बयानों को लिए उनकी निंदा की थी। गर्वनर ने कहा कि राहुल गांधी गलतबयानी न करें। सरकार उनके लिए स्पेशल जहाज भेजेगी ताकि वो कश्मीर की मौजूदा हालात को देख सकें। गलतबयानी कर वो देश का नुकसान कर रहे हैं। राहुल गांधी ने हाल में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा की खबरें हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को सच बताना चाहिए कि असल में कश्मीर में क्या हो रहा है?
सुप्रीम कोर्ट का पाबंदी हटाने से इनकार
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में बंद को लेकर आदेश देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि वो जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने का इंतजार करेगा। कोर्ट ने आगे कहा कि वो दो हफ्ते बाद इस मामले में सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर में संचार लाइनों, इंटरनेट सेवाओं आदि सहित कई प्रतिबंधों को हटाने की मांग वाली याचिका पर तत्काल निर्देश देने इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि सरकार को हालात सामान्य करने के लिए वक्त मिलना चाहिए।