पश्चिम बंगाल कांग्रेस में राहुल गांधी ने किया बड़ा बदलाव, इन दो नेताओं को सौंपी अहम जिम्मेदारी
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी में लगे हुए हैं। वह लगातार संगठन स्तर पर पदाधिकारियों में बदलाव कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने पश्चिम बंगाल में PCC में दो बड़े बदलाव किए है। अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमेंद्रनाथ मित्रा को पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (WBPCC) का अध्यक्ष, तथा अधीर रंजन चौधरी को प्रदेश प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
राहुल गांधी ने मित्रा और चौधरी की नियुक्त के साथ चार कार्यकारी अध्यक्षों और समन्वय समिति एवं घोषणापत्र समिति के अध्यक्षों एवं संयोजकों की भी नियुक्ति की है। बता दें कि, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर तैनात अधीर रंजन चौधरी से पदभार लेकर सौमेंद्र नाथ मित्रा को अध्यक्ष पद सौंपा गया है। अधीर रंजन चौधरी को राज्य का अभियान समिति का अध्यक्ष दिया गया है।
शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने नए पदाधिकारियों की एक लिस्ट जारी की है। इसमें 11 नए लोगों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। सोमेंद्र नाथ मिश्रा पश्चिम बंगाल पीसीसी के अध्यक्ष बनाया गया है। इसे अलावा अधीर रंजन को कैंपेन कमेटी का चेयरमैन, प्रदीप भट्टाचार्या को कॉर्डिनेशन कमेटी का चेयरमैन, शंकर मालाकर को वर्किंग प्रेसिडेंट, नेपाल महातो को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया गया है।
वहीं अबु हसन खान चौधरी को वर्किंग प्रेसिंडेट, दीपा दासमुंशी को वर्किंग प्रेसिंडेट, अभिजीत मुखर्जी को घोषणापत्र कमेटी का चेयरपर्सन, अमिताभ चक्रवर्ती को आउटरीच का चेयरपर्सन, शुभशंकर सरकार और संतोष पाठक को भी अहम पद सौंपे गए है।
मित्रा पहले भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं। 15वीं लोकसभा के सदस्य रह चुके मित्रा ने 2008 में कांग्रेस छोड़कर 'प्रगतिशील इंदिरा कांग्रेस' नाम से अपनी पार्टी बना ली थी। फिर 2009 में उन्होंने अपनी पार्टी का तृणमूल कांग्रेस में विलय करा दिया। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में वापस आ गए।
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Congratulations to @SomenMitraINC for his appointment as the new WBPCC president. We also congratulate all the new appointees for various posts and roles in WBPCC. We look forward to work together and bring back the glory days of the Party in West Bengal. pic.twitter.com/YvPS4ROgOu
— West Bengal Congress (@INCWestBengal) September 21, 2018