मॉब लिंचिग के दोषियों का स्वागत करने पर जयंत सिन्हा के खिलाफ राहुल का ऑनलाइन अभियान
मॉब लिंचिग के दोषियों का स्वागत करने पर जयंत सिन्हा के खिलाफ राहुल का ऑनलाइन अभियान
नई दिल्ली। मॉब लिंचिंग (पीट कर मार देने) के मामले में जमानत पर छूटे आठ दोषियों का स्वागत करने और उनको मिठाई खिलाने को लेकर केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के खिलाफ राहुल गांधी ने ऑनलाइन अभियान शुरू किया है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर पढ़े-लिखे होकर जयंत सिन्हा के हत्या के दोषियों को माला पहनाने पर आलोचना करते हुए ऑनलाइन पिटीशन साइन करने की अपील की है। ये पिटीशन हावर्ड यूनिवर्स्टी से जयंत सिन्हा का पूर्व छात्र का दर्जा खत्म करने को लेकर है। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने हावर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
पिछले साल 27 जून को करीब 100 लोगों की भीड़ ने पशु व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की हजारीबाग जिले के रामगढ़ में दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने पांच महीने में सुनवाई करते हुए इस साल 21 मार्च को 11 को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा पाने के बाद सभी दोषियों ने झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। आठ लोगों को झारखंड हाईकोर्ट ने बीते हफ्ते जमानत दे दी।
जमानत मिलने के बाद आठ सजायाफ्ता युवक हजारीबाग से सांसद और केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के घर पहुंचे। जहां पर जयंत सिन्हा ने इन सभी युवकों का माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया। हत्या में दोषी युवकों के स्वागत समारोह की तस्वीरें सामने आई तो सिन्हा सवालों के घेरे में आ गए।
वहीं मामले को लेकर आलोचना होने पर सिन्हा ने कहा है कि ये लोग घर आए तो मैंने उन्हें केवल इसकी शुभकामनाएं दी थीं। सिन्हा ने कहा कि वो किसी का पक्ष नहीं ले रहे हैं। कानून अपना काम करेगा और जो दोषी होगा उसे सजा मिलेगी, वहीं अगर कोई निर्दोष है तो वो छूटेगा। सिन्हा ने कहा कि वो जनप्रतिनिधि हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है। सिन्हा ने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
बेल पर छूटे मॉब लिंचिंग दोषियों को केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने पहनाई माला, खिलाए लड्डू