रघुराम राजन बोले- सोशल मीडिया से देर तक युवाओं को बहकाना मुश्किल, जल्द सड़कों पर होंगे बेरोजगार
रघुराम राजन बोले- बहुत जल्द सड़कों पर होंगे बेरोजगार युवा
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर और जानेमाने अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने कहा है कि भारत में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या बनने वाली है। राजन का कहना है कि बहुत तेजी से अगर भारत में नई नौकरियां नहीं आती हैं तो जल्दी बेरोजगार युवा सड़कों पर उतरे दिखेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि सोशल मीडिया और फेक न्यूज के सहारे युवाओं का ध्यान रोजगार के मुद्दे से भटकाया जा रहा है लेकिन ये बहुत देर तक काम नहीं कर पाएगा।
अब काम नहीं करेगा मुद्दो से भटकाना
भारतीय विद्या भवन के एसपी जैन इंस्टिट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (एसपी जेआईएमआर) के सेंटर फार फाइनेंसियल स्टडीज की ओर से आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए रघुराम राजन ने देश में बेरोजगारी और आर्थिक विकास को लेकर ये चिंता जताई। उन्होंने कहा, बिना नौकरी के युवाओं का ध्यान कुछ समय के लिए डायवर्ट किया जा सकता है लेकिन ये हमेशा नहीं चल सकता है। हम सोशल मीडिया, फर्जी खबरों का इस्तेमाल करके मुद्दों को मोड़ सकते हैं लेकिन अब यह फेल हो रहा है। अगर पर्याप्त रोजगार नहीं पैदा किए गए तो फिर वो सड़कों पर आने वाले हैं।
रघुराम राजन ने आत्मनिर्भर भारत पर कही ये बात
रघुराम राजन ने केंद्र सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत आयात प्रतिस्थापन को बढ़ावा देने पर कहा कि देश में पहले भी इस तरह के प्रयास हुये हैं लेकिन ये सफल नहीं हो पाये। राजन ने कहा कि अगर शुल्कों को लगाकर आयात का प्रतिस्थापन तैयार किया जायेगा, तो मेरा मानना है कि यह वह रास्ता है जिसे हम पहले भी अपना चुके हैं और यह असफल रहा है। मैं इस रास्ते पर आगे बढ़ने को लेकर सावधान करना चाहूंगा।
विपक्ष से भी बात करनी चाहिए: राजन
देश की लगातार खराब होती आर्थिक स्थिति को लेकर रघुराम राजन ने कहा कि वास्तविक समस्या की पहचान कर सुधारों को आगे बढ़ाना सही है लेकिन इस प्रक्रिया में सभी पक्षों की सहमति की जरूरत है। आलोचकों और विपक्षी दलों के पास भी कुछ बेहतर सुझाव हो सकते हैं। सरकार को सभी से बात करनी चाहिए। सुधारों में अधिक सहमति बनायेंगे तो इनको प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यह महतवपूर्ण है कि आम सहमति बनाई जाए।