RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन बोले- राजनीति में आया तो मेरी पत्नी मुझे छोड़ देगी
नई दिल्ली: जाने माने अर्थशास्त्री और रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने गुरुवार को राजनीति में आने के सवाल पर दिलचस्प जवाब दिया। वो चेन्नई में एक यूनिवर्सिटी की बोर्ड मीटिंग में आए थे। वहां उनसे उनके राजनाति में आने की अटकलों पर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर मेरी पत्नी मेरे साथ नहीं रहेगी। हालांकि भारत वापस लौटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर मेरी कोई जरूरत हो और मैं कुछ उपयोगी तरीके से मदद कर सकता हूं, तो मुझे ये करने में खुशी होगी। कभी-कभी लोग मुझसे सलाह चाहते हैं और मुझे ये करने में खुशी होती है।
'मेरी पत्नी मुझे छोड़ देगी'
रघुराम राजन से जब ये सवाल पूछा गया कि क्या वो राजनीति में शामिल होना चाहते हैं, तो उन्होंने इसके जवाब में कहा कि मेरी पत्नी ने मुझसे कहा कि अगर मैंने राजनीति ज्वॉइन की तो वो मेरे साथ नहीं रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि राजनीति हर जगह एक सी होती है। ये विशेष रूप से शोर है या कुछ भी नहीं है, मुझे इसका कोई अनुभव नही हैं। कोई और भाषण दे सकता है और वोट हासिल कर सकता है।
'मैं जहां हूं, वहां बहुत खुश हूं'
रघुराम राजन से जब ये सवाल पूछा गया कि ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर आपको केंद्रीय मंत्री बनाया जाएगा, इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ये दूर की कौड़ी है। दुर्भाग्यवश जिस तरह का काम मैंने किया है, उसे देखते हुए उम्मीद है कि मेरा प्राथमिक कार्य सावर्जनिक क्षेत्र में है, नहीं, मेरा प्राथमिक कार्य एकेडिमिक है। मुझे नौकरी पंसद है। मैं एकेडिमिक में ज्यादा उचित हो। हाल ही मैंने एक किताब 'थर्ड पिलर' लिखी है, जो विवादास्पद होने की जगह बौद्धिक है। इसलिए यह सब देखते हुए, मैं जहां हूं वहां बहुत खुश हूं। राजन ने पिछले महीने अपनी नई किताब ‘द थर्ड पिलर'के विमोचन करने पर कहा था कि मैं जहां हूं, बहुत खुश हूं। लेकिन अगर मेके लायक कोई अवसर होगा, तो मैं हमेशा वहां रहूंगा। राजन ने ये जबाव दिया तब दिया था जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या वो सार्वजनिक सेवा या राजनीतिक भूमिका में भारत लौटना चाहेंगे।
'इस्तीफा गलत शब्द है'
रघुराम राजन से कहा कि गया कि जब उन्हें ऐसा कोई ऑफर मिलेगा तो वो इस विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि ये एक काल्पनिक प्रश्न है कि 'शीबा' का राजा कौन बनेगा? जब मैंने इस्तीफा दिया तो मैंने कहा था कि इस्तीफा शब्द गलत है। जब भारतीय रिजर्व बैंक में मेरा गवर्नर के तौर पर कार्यकाल समाप्त हो गया था। अगर किसी स्थान पर मेरी ज़रुरत होगी तो उस जरूरत को पूरा करने में मुझे खुशी होगी।
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महागठबंधन बना सकता है वित्त मंत्री
राजनीति के गलियारों में इस बात की अटकले लंबे समय से लगाई जा रही हैं कि महागठबंधन के सत्ता में आने पर रघुराम राजन को वित्त मंत्री का पद ऑफर किया जा सकता है। महागठबंधन में तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बीएसपी और टीडीपी जैसे विपक्षी दल लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सत्ता में आने पर ये फैसला ले सकते हैं।
राहुल ने रघुराम राजन से ली थी सलाह
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्याय स्कीम लॉन्च करने के बाद कहा था कि रघुराम राजन विश्व के टॉप अर्थशास्त्रियों में से एक हैं और उनकी पार्टी ने न्यूनतम आय योजना(NYAY)तैयार करते समय उनकी सलाह ली है। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है कि केंद्र में सरकार बनाने पर वो देश के 5 करोड़ गरीब परिवारों को सालाना 72,000 रुपये देगी। ये पैसा गृहणी के खाते में सीधे डाला जाएगा। राजन आरबीआई के 23 वें गर्वनर थे। उनका कार्यकाल सितंबर 2013 से सितंबर 2016 तक था। वो आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री और डॉयरेक्टर ऑफ रिसर्च हैं। । राजन वर्तमान में अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में फाइनेंस विषय के प्रोफेसर को अध्यापन का काम कर रहे है।
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