नीतीश कुमार के महागठबंधन में आने को लेकर राबड़ी देवी ने कही बड़ी बात
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर आरजेडी का रवैया अब नरम पड़ गया है। कैबिनेट में मंत्री दिए जाने को लेकर बीजेपी और जेडीयू के तकरार के बीच आरजेडी नेता और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुला है। न्यूज एजेंसी एनआई से बात करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार फिर से ग्रैंड अलायंस में शामिल होते हैं तो इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है।
जुलाई 2017 में महागठबंधन से अलग हुए थे नीतीश
बता दें कि जुलाई 2017 में जनता दल यूनाइटेड के महागठबंधन से बाहर निकलने के बाद बिहार की राजनीति में बहुत कुछ देखने को मिला है। आरजेडी प्रमुख लालू यादव को चारा घोटाला मामलों में दोषी पाए गए और अभी भी जेल में बंद हैं। लेकिन केंद्र की नई एनडीए सरकार से बाहर खुद को बाहर रखने के बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर तेज हो गई है। क्योंकि कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार बीजेपी से नाराज हैं। हालांकि नीतीश नाराजगी की बात को सिरे से खारिज कर दिया है।
मोदी कैबिनेट में पर्याप्त मंत्री नहीं मिलने से नाराज हैं नीतीश कुमार!
जदयू द्वारा नए मोदी कैबिनेट में केवल एक मंत्री की पेशकश के बाद नीतीश कुमार ने साफ कह दिया है कि पार्टी केंद्र का हिस्सा नहीं होगी। लेकिन जिस तरह से नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट का विस्तार किया और बीजेपी नेताओं को दूर ही रखा उससे साफ है कि बीजेपी और जेडीयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। राबड़ी देवी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार फिर से महागठबंधन का हिस्सा बनने पर विचार करते हैं तो राजद से शीर्ष नेता इस पर विचार करेंगे। बता दें कि इससे पहले राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीजेपी को पछाड़ने के लिए सभी दलों को एक साथ आने की अपील की थी।
लोकसभा चुनाव में 17 सीटें पर जेडीयू को मिली है जीत
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने उन 17 सीटों में से 16 पर जीत हासिल की है जहां पर उसने चुनाव लड़ा था। तो दूसरी ओर बीजेपी उन 17 की 17 सीटों पर जीत हासिल की जहां उसने चुनाव लड़ा था। लेकिन कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या पर्याप्त नहीं मिलन से जेडीयू और बीजेपी के बीज दरार पैदा हो गई है। क्योंकि बीजेपी ने नीतीश कुमार को किसी एक का नाम देने का सुझाव दिया था जिसको कैबिनेट में शामिल किया जाता, लेकिन नीतीश कुमार ने इसे मात्र प्रतिकात्मक समझ कर सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया।
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