स्वामी रामदेव की CORONIL दवा की लाइसेंसिंग पर उठे सवाल, दिव्य फार्मेसी को भेजा गया नोटिस
नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी से संक्रमित मरीजों को महज 7 दिन में स्वस्थ करने के योग गुरु स्वामी बाबा रामदेव ने आर्युवेदिक दवा CORONIL की लाइसेंसिंग को लेकर उत्तराखंड आयुष विभाग ने सफाई दी है। उन्होंने बताया कि दिव्य फार्मेसी को कोरोना निवारक दवा के लिए लाइसेंस नहीं प्रदान किया गया है। साथ ही, यह भी साफ किया कि दिव्य फार्मेसी को सिर्फ इम्यूनिटी बूस्टर, बुखार और खांसी की दवा के लिए लाइसेंस दिया गया है।
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गौरतलब है मंगलवार को योगगुरू स्वामी रामदेव द्वारा दावा किया कि पतंजलि ने कोरोनावायरस को मात देने के लिए एक औषधि तैयार कर ली है और इस दवा से हफ्ते भर में कोरोनावायरस संक्रमित मरीज स्वस्थ हो जाता है और पूरे देश में हफ्ते भर में दवा उपलब्ध कराने का दावा किया था।
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As per Patanjali's application, we issued them license. They didn't mention coronavirus, we only approved license for immunity booster, cough & fever. We'll issue them a notice asking how they got permission to make the kit (for COVID19): Licence Officer, Uttarakhand Ayurved Dept pic.twitter.com/I7CWKoJhbK
— ANI (@ANI) June 24, 2020
दरअसल, मीडिया में इस खबर के सामने आने के कुछ ही देर बाद आयुष मंत्रालय ने इस दावे पर सरकार का पक्ष साफ करते हुए कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है, जिसके बाद स्वामी रामदेव ने आयुष मंत्रालय को CORONIL किट से संबंधित लाइसेंसिंग और क्लिीनिकल ट्रायल के दस्तावेज मुहैया करने की बात कही थी।
हालांकि CORONIL किट की लाइसेंसिंग को लेकर उत्तराखंड आयुष विभाग ने पतंजलि योगपीठ की दवा के दावों को खारिज करते हुए साफ किया है कि उन्होंने कोरोना से जुड़ी किसी दवा को लाइसेंस दिव्य फार्मेसी को नहीं दिया है। दिव्य फार्मेसी को लाइसेंस प्रदान करने वाली उत्तराखंड आयुष विभाग का कहना है कि उन्होंने कोरोना से जुड़ी किसी प्रकार की दवा के लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं किया, न ही उन्हें इस संबंध में कोई लाइसेंस दिया गया है।
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दिव्य फार्मेसी को केवल इम्यूनिटी बूस्टर और बुखार की दवा के लिए लाइसेंस
बकौल उत्तराखंड आयुष विभाग, दिव्य फार्मेसी हरिद्वार को केवल इम्यूनिटी बूस्टर और बुखार की दवा के लिए लाइसेंस दिया गया है। उत्तराखंड से मिली इस मंजूरी में CORONIL को बुखार खांसी और इम्यूनिटी में सहायक बताया गया है और इसकी मंजूरी में कहीं भी कोरोना वायरस का कोई जिक्र तक नहीं है। मामले पर सख्ती बरतते हुए आयुष विभाग के मामले का संज्ञान लेते हुए अब दिव्य फार्मेसी को नोटिस भी जारी किया है।
दिव्य फार्मेसी का जारी किया गया लाइसेंस रद्द कर सकता है आयुष विभाग
उत्तराखंड आयुष विभाग का कहना है कि अगर दिव्य फार्मेसी की तरफ से नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है तो फिर आयुष विभाग की ओर से दिव्य फार्मेसी, हरिद्वार का जारी किया गया उक्त लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा, जो दवा बुखार, खांसी और इम्यूनिटी बूस्टर में सहायक होने के आधार पर जारी किया गया था।
कोरोना की आयुर्वेदिक दवा बताकर CORONIL को लॉन्च किया गया
योगगुरु बाबा रामदेव ने मंगलवार को कोरोना की आयुर्वेदिक दवा बताकर कोरोनिल को लॉन्च किया। उन्होंने CORONIL टेबलेट से कोरोना के मरीजों के ठीक होने का दावा किया है। बाबा रामदेव ने दावा किया कि CORONIL औषधि के सेवन से महज एक सप्ताह में कोरोना का मरीज स्वस्थ हो जाता है।
इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए पतंजलि ने 'दिव्य कोरोना किट' भी बनाई है
दिव्य फार्मेसी, हरिद्वार द्वारा निर्मित CORONIL नामक दवा के साथ इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए पतंजलि ने 'दिव्य कोरोना किट' भी बनाई है, जिसमें CORONIL के अलावा श्वासारि वटी और दिव्य अणु तेल भी है। साथ ही, पतंजलि योगपीठ की ओर से यह भी दावा किया था कि हफ्ते भर में पूरे देश में CORONIL दवा उपलब्ध होगी। हालांकि अभी CORONIL की लाइसेंसिंग को लेकर भी सवाल खड़ा हो गया है।