पाइथागोरस प्रमेय को भारत ने खोजा थाः डॉ. हर्ष वर्धन
मुंबई। जहां देश के पीएम नरेन्द्र मोदी विज्ञान और विकास का सीधा संबंध बताते हैं वहीं दूसरी ओर उनके आला मंत्री विश्व के विज्ञान और उससे जुड़े इतिहास पर एक नया ज्ञान लोगों के सामने पेश कर रहे हैं जो कि एक बड़े बहस का हिस्सा हो सकता है।
मुंबई यूनिवर्सिटी में शुरू हुई 102वीं इंडियन साइंस कांग्रेस के उद्घाटन में भारत सरकार के साइंस ऐंड टेक्नॉलजी मिनिस्टर डॉ. हर्ष वर्धन ने एक बड़ी ही अजीबो-गरीब बात की और कहा कि पाइथागोरस प्रमेय की खोज भारत में हुई थी लेकिन भारत ने अपनी दरियादिली के चलते इसका श्रेय यूनानियों को दे दिया।
पाइथागोरस प्रमेय की खोज भारत में हुई थी
यही नहीं इस सभा में यह भी कहा गया कि हवाई जहाज की पहली उड़ान भारत में हुई थी जिसका जिक्र प्राचीन संस्कृत की किताबों में मिलता है जिसका ज्ञान सबको नहीं है क्योंकि संस्कृत पढ़ना काफी मुश्किल है।
पाइथागोरस प्रमेय को भारत ने खोजा थाः डॉ. हर्ष वर्धन
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मुंबई विश्वविद्यालय में 102वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन किया। भारतीय विज्ञान कांग्रेस का विषय है 'मानव विकास के लिए विज्ञान प्रौद्योगिकी।'
भारत ने अपनी दरियादिली से खोज का क्रेडिट ग्रीक को दे दिया
इस अवसर पर केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीकी तथा भू-विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति इरानी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव भी उपस्थित थे।
विज्ञान कांग्रेस में 2014 के नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी भी हिस्सा लेंगे
भारतीय विज्ञान कांग्रेस में लंदन से 2001 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार विजेता सर पॉल नर्स, स्विट्जरलैंड से 2002 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार विजेता कॉर्ट उटरिच, इजराइल से 2009 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार विजेता एडा इ यूनैथ, 2013 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के रैंडी शेकमैन अतिथियों में शामिल हुए हैं। विज्ञान कांग्रेस में 2014 के नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और 2006 के नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस भाग लेंगे, यह कार्यक्रम पांच दिन तक चलेगा।