दिलजीत दोसांझ का किसान बिल पर फूटा गुस्सा, कहा- 'जो पूरे देश को खिलाए, वो दाम भी तय नहीं कर सकता'
Punjabi Singer Dosanjh stand with farmers against Centre's Farmer Bill 2020 says Jai jawan jai kisan
नई दिल्ली: लोकसभा में पास कृषि विधेयक (Farmer Bill 2020) को लेकर पंजाब में विरोध बढ़ता ही जा रहा है। किसानों को इस बात का डर है कि नए कानून लागू होने के बाद उन्हें फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाएगा। इसी मामले को लेकर अब बॉलीवुड और मशहूर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने भी प्रतिक्रिया दी है। दिलजीत दोसांझ ने किसान बिल का विरोध किया है। सिंगर ने अपना गुस्सा दिखाते हुए कहा है कि ये बात राजनीति की नहीं है। ये बात हमारे देश के किसानों की है। दिलजीत दोसांझ ने अपने एक ट्वीट में यह भी कहा है कि उन्हे किसी राजनीतिक पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। जो पार्टी किसान के हित की बात करेगी वो उसी पार्टी का समर्थन करेंगे।
'जिससे पूरे राष्ट्र को खिलाने की उम्मीद, वह दाम भी तय नहीं कर सकता'
दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने किसान विरोध पर पंजाबी में ट्वीट किए हैं। जिसके साथ उन्होंने कुछ अहम मुद्दे सामने रखे हैं। जिसपर दिलजीत दोसांझ से एक यूजर ने पूछा कि क्या आप ये बता सकते हैं कि क्या चीज किसानों के विरोध में है। जिसपर अंग्रेजी में ट्वीट करते हुए दिलजीत दोसांझ ने लिखा, "किसान अपनी फसल का दाम तय नहीं कर सकता। कोई न्यूनतम मूल्य यहां तय नहीं है। किसानों के पास अपनी फसलों को रखने के लिए गोदाम तक नहीं हैं, इसलिए यह मायने नहीं रखता कि उनके पास कितनी सीमा है। हम किसानों से उम्मीद करते हैं कि वह पूरे राष्ट्र को खिलाए, लेकिन वह खुद इसका दाम भी नहीं तय कर सकते हैं।''
'बात राजनीति की नहीं, किसानों की है': दिलजीत दोसांझ
दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, बात किसी राजनीतिक पार्टी की नहीं है... बात किसानों की है। तो इसलिए हम सबलोग किसानों के साथ हैं। राजनीति को अलग रखकर देश के अन्नदात्ता का हम साथ देंगे। अपने एक अन्य ट्वीट में दिलजीत दोसांझ ने जय जवान और जय किसान का नारा लगाया है। दिलजीत दोसांझ ने अपने ट्वीट से साफ कर दिया है कि वो इस नए किसान बिल के खिलाफ हैं।
जानिए क्यों हो रहा है Farmer Bill का विरोध
कृषि क्षेत्र से जुड़े तीनों प्रमुख बिल कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020, मूल्य आश्वासन पर किसान (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता और कृषि सेवा विधेयक (2020) को लेकर विरोध किया जा रहा है। विरोध में शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal (SAD) की मंत्री हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है।
किसानों को डर है कि कृषि क्षेत्र से जुड़े ये तीनों बिल जब लागू हो जाएंगे तो उन्हें सलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाएगा। हालांकि सरकार का कहना है कि ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्ती दिलाएगा और कृषि सुधार से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए-नए अवसर मिलेंगे।