पंजाब सरकार ने वापस ली कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा की सुरक्षा, कहा- अब कोई खतरा नहीं
नई दिल्ली। पंजाब सरकार ने कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा से राज्य पुलिस सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने तर्क दिया है कि एक आंकलन के बाद पता चला है कि प्रताप सिंह बाजवा को अब किसी से कोई खतरा नहीं है और ना ही ऐसा कोई मामला है जिसमें उन्हें सुरक्षा दी जाए। राज्य सरकार ने बताया कि प्रताप सिंह बाजवा को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सीधे केंद्रीय सुरक्षा प्राप्त है। बता दें कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार की तरफ से 14 सुरक्षाकर्मी तैनात थे जिनमें से हाल ही में 8 जवानों को कोरोना वायरल काल में पहले ही वापस ले लिए थे।
प्रताप सिंह बाजवा की सुरक्षा में बचे अब बाकि 6 जवानों को राज्य सरकार ने वापस ले लिया है। बाजवा की सुरक्षा वापस लेने को इस बात से भी जोड़कर देखा जा रहा है कि हाल के कुछ दिनों में वह लागातर कैप्टन अमरिंदर सरकार और प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। हालांकि सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि सुरक्षा संबंधी एक जांच में यह बात सामने आई है कि प्रताप सिंह बाजवा को अब किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।
राज्य सरकार की तरफ से कहा गया कि प्रताप सिंह बाजवा के गृह मंत्री अमित शाह से सीधे केंद्रीय सुरक्षा प्राप्त है इसलिए पंजाब सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा बेमानी हो गई थी। बता दें कि 19 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बाजवा को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। वर्तमान में नकी व घर की सुरक्षा और एस्कॉर्ट के लिए 25 सीआइएसएफ कर्मियों के अलावा 2 एस्कॉर्ट ड्राइवर हैं। 23 मार्च तक उनकी सुरक्षा में 14 पंजाब पुलिस के जवान तैनात थे जिनमें से 8 को पहले ही हटा लिया गया था।
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