पंजाब: नौकरी छोड़ एमबीए युवा बना सरपंच, बदल दी गांव की तस्वीर
चंडीगढ़। पंजाब के फिरोजपुर की भोलूवाला ग्राम पंचायत जिला स्तर, राज्य स्तरीय और नेशनल स्तर पर अवार्ड हासिल हो चुका है। ये सब कमाल गांव के सरपंच की वजह से है जो एमबीए हैं और बड़े पैकेज की नौकरी छोड़ गांव के लिए काम कर रहे हैं। इस युवा सरपंच का नाम जगदीप सिंह है। जगदीप सिंह के मैनेजमेंट के फंडे से गांव तरक्की के नई राह तय कर रहा है।
फिरोजपुर जिले के ब्लॉक घल्लखुर्द की भोलूवाला ग्राम पंचायत को हाल ही में मध्य प्रदेश के मंडला में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार में नेशनल अवार्ड हासिल हो चुका है। पंचायत ने एक तरफ विकास पर जोर दिया तो दूसरी ओर नशे के खिलाफ अभियान चलाया। सिंचाई के लिए सुविधा में इजाफा कर खेती में उत्पादन बढ़ाकर गांव में खुशहाली का रास्ता खोला। भोलूवाला पंचायत 2014 व 15 में लगातार दो वर्ष तक जिला स्तर पर और 2016 में राज्य स्तर पर प्रथम रही है।
2013 में गांव का एमबीए पास युवा जगदीप सिंह कई कंपनियों में जॉब का ऑफर ठुकरा कर प्रशासनिक सेवा में जाने के लिए पीसीएस की तैयारी करने के लिए चंडीगढ़ चला गया। पंचायत के चुनाव घोषित हुए तो ग्रामीणों ने किसी उच्च शिक्षित युवा को पंचायत की कमान हाथ में सौंपने की सोच बनाई। इसके बाद जगदीप सिंह को चंडीगढ़ से बुलाया। 24 वर्ष के युवा जगदीप पर विश्वास जताया और इन्हें सर्वसम्मति से गांव का सरपंच बना दिया।
जगदीप सिंह ने पानी की कमी दूर करने का प्रोजेक्ट बनाया। 11 किलोमीटर लंबाई की तीन पाइपलाइन बिछाकर अबोहर ब्रांच सेमनाला नहर से गांव के 945 एकड़ खेतों में पानी पहुंचाया। युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए काम किया और गांव में रास्तों और साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया।
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