पंजाब CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की बढ़ी मुश्किल, सोनिया गांधी के आवास पर धऱना देंगे सुखबीर बादल
नई दिल्ली। पंजाब में जहरीली शराब पीने से 121 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुश्किल बढ़ती जा रही है। कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह पहले उनके इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। अब मुख्य विपक्षी दल शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के कूदने से कैप्टन के सियासी संग्राम ने और तेजी पकड़ ली है।बादल पंजाब सीएम के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के बाहर धरने पर बैठने का ऐलान किया है।
Recommended Video
Shiromani Akali Dal president Sukhbir Singh Badal will sit on a dharna outside Congress president Sonia Gandhi's residence in Delhi on August 11 in protest against 'the party's involvement in production & pedalling of spurious liquor that killed more than 100 people in Punjab'. pic.twitter.com/BYFbcY1uHM
— ANI (@ANI) August 8, 2020
अब पंजाब में भी हिल रही है कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी, 2 कांग्रेसी सांसदों ने खोला मोर्चा
11 अगस्त से सोनिया गांधी के आवास के बाहर धरने पर बैठेंग बादल
शनिवार को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पंजाब सीएम के इस्तीफे की मांग को लेकर मंगलवार, 11 अगस्त से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के बाहर धरने पर बैठने का ऐलान किया है। सुखबीर बादल ने पंजाब में अवैध शराब के उत्पादन और बिक्री में पंजाब सरकार के शामिल होने के आरोप में धरने का ऐलान किया है।
पंजाब में अवैध शराब कांड कारोबारियों द्वारा बेची जा रही जहरीली शराब
पंजाब में अवैध शराब कांड कारोबारियों द्वारा बेची जा रही जहरीली शराब पीने में 121 लोगों की जान चली गई थी। हालांकि विपक्षी नेता सुखबीर सिंह बादल ही नहीं, पंजाब कांग्रेस के दो सांसद क्रमशः प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह डूलो ने भी पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाब के इस्तीफे की मांग को लेकर मोर्चा खोला हुआ है। दोनो विद्रोही सांसदों ने इस संबंध में सोनिया गांधी का पत्र लिखकर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की बात कही है।
पंजाब के दो कांग्रेसी सांसदों ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह खिलाफ मोर्चा खोला
प्रताप सिंह बाजवा का साफ-साफ कहना है कि अगर पंजाब में कांग्रेस को बचाना है तो सीएम अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ को उनके पदों से हटाना होगा। राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा का कहना है कि अगर पार्टी आलाकमान ऐसा निर्णय नहीं लेता है तो कांग्रेस का पंजाब में वही हाल होगा जो पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर राय के बाद पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का हुआ।
अवैध शराब व्यापार में पंजाब के 70 % कांग्रेसियों के शामिल होने के आरोप
सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मांग को लेकर धरने पर बैठने के ऐलान के साथ ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जहरीली शराब (Hooch) के अवैध व्यापार में पंजाब के 70 फीसदी कांग्रेसियों के शामिल होने के आरोप पर चुप्पी तोड़ने की मांग की है। यानी 11 अगस्त को सोनिया गांधी के आवास पर राजनीतिक गहमागहमी तेज होनी तय है।
पंजाब में जहरीली शराब (Hooch) पीने से 121 लोंगों की मौत हुई
पंजाब में जहरीली शराब (Hooch) पीने से 121 लोंगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अब तक इस मामले में सात आबकारी अधिकारियों और छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। पंजाब सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा भी की। वहीं इस मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कैप्टन से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं, सीबीआई करे जांचः कांग्रेस सांसद
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे और मौजूदा राज्यसभा सदस्यों प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलों ने जहरीली शराब के मामले में अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर से मुलाकात कर उन्होंने कहा कि यह बड़ा मामला है और इसकी सीबीआई जांच करवाई जाए।
पंजाब में जहरीली शराब से सबसे ज्यादा 63 मौतें तरनतारन में हुई हैं
जहरीली शराब से सबसे ज्यादा तरनतारन में 63 मौतें हुई हैं, जिसके बाद अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 मौतें हुईं। राज्य में बुधवार, 29 जुलाई की रात से शुरू हुई त्रासदी में शुक्रवार, 31 जुलाई की रात तक 39 लोगों की मौत हो गई थी।