कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे सीएम अमरिंदर, कहा- हमसे बिना पूछे पारित किए बिल
चंड़ीगढ़। मोदी सरकार द्वारा हाल ही में बनाए गए कृषि कानून के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों का मुख्य केंद्र पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश है। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि, देश के मौजूदा हालात का फायदा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई उठा सकती है। आईएसआई ऐसे लोगों की तलाश करता है जिन्हें वे बंदूक और हथगोले के साथ आसानी से पकड़ सकते हैं।
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सोमवार को खटकर कलां में इन कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि, आईएसआई ऐसे लोगों की तलाश करता है जिन्हें वे बंदूक और हथगोले के साथ आसानी से पकड़ सकते हैं। पिछले 3 वर्षों में, हमने 150 से अधिक आतंकवादियों को पकड़ लिया है और सात सौ के करीब हथियार जब्त किए हैं। पंजाब में सब कुछ शांतिपूर्ण था। जब आप किसी किसी रोटी छीनोगो तो उसे गुस्सा नहीं आएगा क्या? वे आसानी के आईएसआई के चुंगल में फंस जाएंगे।
उनकी सरकार ने आईएसआई जैसी देश विरोधी एजेंसियों के विरोध में बेहद अच्छा काम किया है, लेकिन केंद्र सरकार ने नया बिल लाकर प्रदेश की शांति बिगाड़ दी है। केंद्र सरकार ने जो कदम उठाया है। देश विरोधी है। पंजाब में नया कृषि कानून आने के बाद स्थिति बेहद खराब हो जाएगी। अमरिंदर सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार इन कृषि बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। कृषि एक राज्य का विषय है लेकिन कृषि बिल हमें बिना पूछे पारित कर दिया गया है। यह पूरी तरह से असंवैधानिक है।
कैप्टन ने कहा कि किसानों के हक की लड़ाई में पंजाब सरकार को सुखबीर बादल की मदद की जरुरत नहीं। पंजाब में अकाली दल जनाधार खो चुका है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के किसान आंदोलन में उतरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे राहुल गांधी से निवदेन करेंगे कि पंजाब में किसानों की लड़ाई में हिस्सा लें। बता दें कि, केंद्र सरकार की ओर से संसद में पास कराए गए 3 कृषि विधेयकों को रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी दे दी है।
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