राहुल गांधी के बचाव में उतरे पंजाब के CM, बोले- 1984 सिख दंगों में पार्टी नहीं ये लोग जिम्मेदार
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से 1984 सिख दंगों पर दिए बयान के बाद अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके बचाव में उतरे हैं। अमरिंदर सिंह ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि ऑपरेशन ब्लूस्टार के समय राहुल गांधी स्कूल में पढ़ते थे। उनको इन सब चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उसके लिए उनको जिम्मेदार ठहराना बिल्कुल गलत है। अमरिंदर सिंह ने राहुल के बयान का बचाव करते हुए कहा कि यह घटना तब हुई जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी।
उस समय राजीव गांधी बंगाल के हवाई अड्डे पर थे। अमरिंदर सिंह ने कहा कि कुछ लोगों के अलावा इसमें कांग्रेस की भागीदारी नहीं थी। मैंने कुछ लोगों जैसे सज्जन कुमार, धर्मदास शास्त्री, अर्जुन दास और 2 का नाम लिया है। बता दें कि एक दिन पहले ही अमरिंदर सिंह ने बीजेपी और उसके सहयोगी अकाली दर के हमलों के खिलाफ राहुल गांधी का बचाव किया था और कहा था कि वह उस समय 13 साल के थे और स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे।
उन्हें दोष देना हास्यपद है। इससे पहले अमरिंदर सिंह ने बीजेपी और उसके सहयोगी अकाली दल के हमलों के खिलाफ राहुल गांधी का बचाव भी किया था और कहा था कि वह उस समय "स्कूल में सिर्फ 13 वर्षीय लड़के" थे और उन्हें दोष देने के लिए "हास्यास्पद" था। उन्होंने कुछ पार्टी के कार्यों के लिए पूरी पार्टी को दोषी ठहराया और राजनीतिक अपरिपक्वता के विशिष्ट थे।
सुखबीर
सिंह
बादल
ने
किया
पलटवार
मुख्यमंत्री
अमरिंदर
सिंह
के
बयान
पर
प्रतिक्रिया
देते
हुए
अकाली
दल
के
अध्यक्ष
सुखबीर
सिंह
बादल
ने
कहा
है
कि
उन्हें
सुप्रीम
कोर्ट
को
लिखना
चाहिए
कि
वह
इस
मामले
में
सबसे
बड़े
गवाह
है।
उन्होंने
पांच
नाम
लिए
है
लेकिन
जगदीश
टाइटलर
को
लेकर
सॉफ्ट
कॉर्नर
हो
गए।
इसलिए
उन्होंने
उनका
नाम
नहीं
लिया।
ब्रिटिश
संसद
में
राहुल
ने
दंगे
पर
दिया
था
बयान
दरअसल
कांग्रेस
अध्यक्ष
राहुल
गांधी
ने
हाल
ही
में
ब्रिटिश
संसद
में
चर्चा
के
दौरान
पूछे
गए
एक
सवाल
के
जवाब
में
कहा
था
कि
1984
सिख
दंगे
में
कांग्रेस
की
कोई
भूमिका
नहीं
थी।
राहुल
गांधी
ने
कहा
था
मेरे
मन
में
इस
बात
को
लेकर
कोई
भ्रम
नहीं
है।
यह
एक
त्रासदी
थी,
पीड़ादायक
अनुभव
था।
इसमें
कांग्रेस
पार्टी
शामिल
थी
इससे
मैं
असहमत
हूं।
यह भी पढ़ें-2019 लोकसभा चुनाव: शरद पवार बोले- सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी करेगी प्रधानमंत्री पद का दावा