आलोचनाओं के बाद पंजाब सरकार ने सिरिंज की बिक्री पर लगा प्रतिबंध हटाया
चंड़ीगढ़। पंजाब में 6 जुलाई को बिना डॉक्टर की पर्ची के सिरिंज की बिक्री पर रोक लगा दी गई थी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चारों ओर हो रही आलोचनाओं के चलते इस बैन को सोमवार को हटा लिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिया है कि वे राज्य भर के केमिस्टों के लिए एक आदेश जारी करें। केमिस्टों को सिरिंज की बिक्री के रिकॉर्ड रखने को कह गया है। जिससे पता चल सके कि कहां से कितनी सिरिंजों की खपत हुई है।
सीएम का नया आदेश स्वास्थ्य विशेषज्ञों की आलोचना के चलते आया है, जिन्होंने कहा कि यौन संक्रमित बीमारियां जैसे एचआईवी एक सिरिंज के कई बार प्रयोग से फैलने की खतरा अधिक है। यहीं नहीं कई रोगियों को सिरिंज की कमी के चलते पुरानी सिरिंजों का इस्तेमाल करना पड़ सकता है। जिससे बीमारियों के फैलने की खतरा अधिक है।
सरकार द्वारा लगाए गए इस बैन के खिलाफ पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिन्द्रा भी थे। आज ड्रग्स पर समीक्षा बैठक आयोजित करने के बाद, मुख्यमंत्री सभी उप-आयुक्तों को सिरिंजों की बिक्री पर विस्तृत दिशानिर्देश जारी करेंगे।
पंजाब सरकार ने अलग-अलग डिप्टी कमिश्नरों के माध्यम से एक पत्र जारी किया है, जिसमें ड्रग्स को रोकने के लिए पंजाब में बिना डॉक्टर की इजाजत के सीरिंज की ब्रिक्री पर पाबन्दी लगा दी गई है। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने नशे पर काबू पाने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं। हाल ही में सरकारी अधिकारियों का डोप टेस्ट कराने का आदेश भी दिया गया था। इस टेस्ट में पुलिसकर्मी भी शामिल होंगे।