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मेघा बाफना: चुनौती को अवसर में बदल कर हर महीने कमा रही लाखों रुपए, सिर्फ 3 हजार रुपए से की थी शुरुआत

मेघा बाफना: चुनौती को अवसर में बदल कर हर महीने कमा रही लाखों रुपए,सिर्फ 3 हजार रुपए से की थी शुरुआत

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पुणे। कहते हैं अगर व्‍यक्ति अपनी स्किल और पैशन के मुताबिक करियर चुने और उस पर ही फोकस करें तो सफलता अवश्‍य मिलती है। आज हम आपको ऐसी ही एक महिला से मिलवाने जा रहे है जिसने अपनी क्षमता और हुनर को पहचाना और सालों पुरानी नौकरी के साथ अपने पैशन को लेकर बिजनेस करने की ठानी। ये महिला हैं पुणे की मेघा बाफना। जिन्‍होंने महज तीन हजार रुपए से अपने नायाब बिजनेस की शुरुआत की और आज महीने में एक लाख रुपए से अधिक कमा रहीं हैं। इसके लिए न मेघा बाफना ने कोई ट्रेनिंग ली और न ही कोई कोर्स किया। आइए मेघा बाफना की जुबानी सुनते है उनकी सफलता की कहानी....

2017 में मेघा बाफना को ऐसे मिला अपने नायाब बिजनेस का आइडिया

2017 में मेघा बाफना को ऐसे मिला अपने नायाब बिजनेस का आइडिया

पुणे की मेघा बाफना ने बताया कि पिछले 15 सालों से रियल एस्टेट सेक्टर में काम कर रही थी। ऑफिस जाने से पहले टिफिन के लिए हर रोज सलाद तैयार करना बड़ा बोरिंग लगता था, मेघना को ऐसा लगता था कि लंच टाइम में यदि कोई फ्रेश सलाद दे दे तो कितना अच्छा हो। बस इसी परेशानी से मेघा को अपने बिजनेस के लिए आइडिया मिल गया। मेघा से सोचा क्यों न ये काम मैं ही करूं। मेघा ने बताया कि सलाद तैयार करना और उसमें तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट करना उन्‍हें कई सालों से पंसद था और उनके दोस्‍तों और परिवार वालों को भी उसके हाथ कही बनी सलाइ का स्‍वाद पसंद आता था, फिर 2017 में मेघा ने सोचा कि क्यों न अपने हाथों से बने सलाद के टेस्ट से दुनिया को रूबरू करवाऊं?

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मेघा ने लोगों के मूड के हिसाब से तैयार किया क्रिएटिव ऐड

मेघा ने लोगों के मूड के हिसाब से तैयार किया क्रिएटिव ऐड

मेघा बताती है कि सेहत के प्रति सजग लोग हेल्‍दी फूड को तबज्‍जों दे रहे हैं। हर घर में सलाद खाने का चलन बढ़ गया है, कई लोग डाइटिंग के लिए लंच या डिनर में केवल सलाद ही प्रेफर कर रहे हैं। ऐसे में हर रोज आफिस और घर के काम के बीच समय निकालकर सलाद तैयार करना एक बड़ा पेचीदा काम लगता हैं। बस यही सोच के साथ सबसे पहले मैंने चार लाइन का एक क्रिएटिव ऐड तैयार किया और उसे वॉट्सऐप पर अपने फ्रेंड्स के ग्रुप में शेयर कर दिया।

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शुरुआत में सलाद बनाने से लेकर पैकिंग तक अकेले संभाला काम

शुरुआत में सलाद बनाने से लेकर पैकिंग तक अकेले संभाला काम

मेघा बाफना को पहले दिन ही 5 पैकेट का ऑर्डर मिला था। मेघा को तब सलाद की पैकेजिंग, डिलीवरी, क्वांटिटी की कोई समझ नहीं थी लेकिन मेघा को अपने सलाद के टेस्ट पर बहुत भरोसा था। मेघा बॉफना बताती है कि वो हर रोज सुबह साढ़े चार से सलाद के लिए फ्रेश मासाला तैयार करती उसके बाद बाजार में सब्जी लेने जाने से लेकर उसे काट कर तैयार करने और पैकिंग करने का काम अकेले ही करती थीं। सुबह साढ़े 9 बजे तक मेघा का सारी पैकिंग हो जाती थी उसके बाद अपने काम वाली बाई के बेटे के हाथों आर्डर पहुंचवाना शुरु किया।

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मेघा के बिजनेस ने ऐसे स्‍पीड पकड़ी

मेघा के बिजनेस ने ऐसे स्‍पीड पकड़ी

शुरुआत में मेघा को दोस्‍तों से बस दो चार ही ऑडर मिलते थे लेकिन उनको मेरे हाथ की बनी सलाद पसंदआई जिसके बाद उनके दोस्‍तों के जानने वाले भी ऑडर देने लगे। एक हफ्ते तक 6 पैकेट ही जाते रहे, फिर अगले हफ्ते 25 पैकेट जाने लगे। तीसरे हफ्ते में 50 हो गए। फिर अगले 5 महीने तक यही चलता रहा। शुरुआत में कितनी मात्रा में सब्जी लानी है और मसाला तैयार करना है इस सबका अंदाजा न होने के कारण शुरुआत में मेघा को थोड़ा नुकसान भी हुआ, लेकिन मेघा बाफना ने हार नहीं मानी। कम ही समय में मेघा को अंदाजा हो गया और मेजरमेंट करके काम करना शुरु किया। क्वांटिटी लिखनी शुरू की, मेजरमेंट बनाया।

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हर महीने मेघा एक से सवा लाख रुपए कमा रहीं

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सलाद की पैकिंग में भी मेघा ने अपने अनुभव से सीखा कि कैसे सलाद देर तक फ्रेस रहें और कोई लीकेज न हो। शुरुआत में सलाद के दो प्राइज रखे थे, एक 59 और दूसरा 69। नो प्रॉफिट, नो लॉस से शुरु किए बिजनेस में मेघा को महज डेढ़ महीने बाद ही प्रॉफिट होने लगा। शुरुआत में महीने 5 से 7 हजार रुपए बचने लगे। लॉकडाउन के पहले तक मेघा के पास 200 कस्टमर्स थे और हर महीने मेघा 1 लाख रुपए सवा लाख कमा रही थी। लॉकडाउन के पहले तक 10 डिलीवरी बॉय और 9 महिलाएं मेघा के अंडर में काम कर रही थी। मेघा को पूरा भरोसा है कि कोरोनावायरस खत्म होने के बाद उनका बिजनेस एक बार फिर से रफ्तार पकड़ लेगा।

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 अब फ्रेंचाइजी देने की प्‍लानिंग कर रही मेघा

अब फ्रेंचाइजी देने की प्‍लानिंग कर रही मेघा

मेघा ने महज 4 सालों अपने सलाद डिलीवरी के बिजनेस को उस बुलंदी पर पहुंचा चुकी है कि वो अब फ्रेंचाइजी देने की प्‍लानिंग कर रही है। मेघा बाफना बताती है कोरोना महामारी समाप्‍त होने के बाद फ्रेंचाजी दूंगी, हालांकि उन्‍हें अभी ही इसके कई ऑफर आ रहे हैं। मेघा बताती है कि वो अपने सलाद में नए-नए फ्लेवर का एक्‍सपेरिमेंट करती हूं। नयापन होने के कारण लोग बहुत पसंद करते हैं।

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सलाद बनाने के पैशन से मिली ये सफलता

सलाद बनाने के पैशन से मिली ये सफलता

मेघा बाफना ने दावा किया कि उनकी कोई भी सलाद रेसिपी गूगल पर नहीं मिलेगी सारी सलाद रेसेपी उनका खुद का इन्‍वेंट हैं। मेघा कहती है मेरे टेस्‍ट के कारण ही कस्‍टमर्स का बेहतरीन रिसपांस मिला। अब मैं 300 ग्राम क्वांटिटी का पैक देती हूं। इसे खाने के बाद लंच करने की जरूरत भी नहीं पड़ती। प्राइज 100 और 110 रुपए है। 500 रुपए में वीकली पैकेज भी देती हूं। मेघा ने कहा मेरी सफलता का राज यही है कि, मैंने वो काम चुना जिसे करने में मुझे बहुत मजा आता है। उन्‍होंने बताया कि वो एक्‍स्‍पेरिमेंट करके पानी पूरी समेत अन्‍य तरह के स्‍वादिष्‍ट सलाद में फ्लेवर का तड़का लगाया,जो कस्‍मर्स को खूब भा रहा है।

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English summary
Meghna Vafna: Started Business just 3 thousand rupees, now earning Rs 1 lakh every month, know her business,
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