Pulwama Attack: 23 साल की इंशा जान ने की थी जैश आतंकी की हमले में बड़ी मदद
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 13,500 पेज की चार्जशीट तैयार कर डाली है। इस चार्जशीट में बताया गया है कि पाकिस्तानी मोहम्मद उमर फारूक मुख्य साजिशकर्ता था और वह बम बनाने वाला था। इस चार्जशीट में एक ऐसी महिला इंशा जान का नाम भी है। चार्जशीट के मुताबिक इंशा जहां वह युवती है जिसने हमले में एक बड़ा रोल अदा किया है। इस युवती का अब गिरफ्तार कर लिया गया है। सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के काफिले को निशाना बनाते हुए किए गए इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
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मसूद अजहर का भांजा था उमर
एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक इंशा जान ने जैश-ए-मोहम्मद (जैश) के आतंकियों की आवभगत की और हर संसाधन मुहैया कराया। एजेंसी का कहना है कि इंशा जान मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद उमर फारूक के साथ शामिल थी। उमर पाकिस्तान का रहने वाला था और वह जैश सरगना मसूद अजहर का भांजा था। उसे पिछले वर्ष मार्च में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। वह लगातार उससे फोन पर और सोशल मीडिया पर संपर्क बनाए हुए थी। एनआईए के एक सीनियर ऑफिसर ने बताया है कि उन्होंने उन मैसेजेस को हासिल कर लिया है जो इनके बीच एक्सचेंज हुए थे। इन मैसेजेस से इशारा मिलता है कि इनके बीच किस प्रकार के ताल्लुक थे और चार्जशीट में इसका जिक्र किया गया है। मंगलवार को एनआईए की तरफ से चार्जशीट फाइल की गई है।
इंशा के घर रुकते थे आतंकी
एनआईए का कहना है कि इंशा जान के पिता तारिक पीर को भी इनके रिश्तों की जानकारी थी। तारिक पर आरोप है कि उसने उमर और उसके दो साथियों को पुलवामा के करीब घूमने-फिरने में मदद की थी। ऑफिसर्स के मुताबिक पिता और बेटी की जोड़ी ने उमर फारूक, समीर डार और आदिल अहमद डार को खाना, रुकने की जगह और दूसरे संसाधन मुहैया कराने में मदद की थी। उन्होंने 15 बार ऐसा किया था। साल 2018 और 2019 के बीच आतंकी कई दफा इनके घर पर दो से चार दिन तक रुके थे। चार्जशीट के मुताबिक इंशा जान ने उमर को सुरक्षाबलों के मूवमेंट कें बारे अहम जानकारियां दी थीं।