पुलवामा हमले को दोहराने की साजिश नाकाम, कार IED बनाने वाले आतंकियों की हुई पहचान
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने पुलवामा आतंकी हमले को दोहराने की पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन सेना की मुस्तैदी की वजह से आतंकियों की ये साजिश नाकाम हो गई। सेना ने पुलवामा जैसे बड़े आत्मघाती हमले की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। पुलवामा के आयन गुंड इलाके से IED लैश कार बरामद हुई, जिसके बाद बम निरोध दस्ते ने उसे निष्क्रिय किया। कार में लगाई गई आईईडी करीब 45 किलो की थी। जिसे हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों ने तैयार की थी।
सेना ने उस कार का पता लगा दिया है, जिसमें आईईडी फिट किया गया था। कठुआ के एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा ने बताया कि उन्हें जैसे ही जानकारी मिली की आईईडी लगी कार का नंबर कठुआ से रजिस्टर हैं उन्होंने फौरन उसकी छानबीन की और पता चला कि कार का नंबर बाइक के नाम पर रजिस्टर्ड है। बाइक को हीरानगर पुलिस स्टेशन लाया गया है, जहां छानबीन चल रही है।
वहीं प्राथमिक जांच में सुरक्षाबलों ने इसमें शामिल दो आतंकियों की पहचान कर ली है। इसमें शामिल आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश ए मोहम्मद के लिए काम करते हैं। एक आतंकी की पहचान आदिल के तौर पर हुई है। सुरक्षाबलों ने आईईडी तैयार करने वाले ठिकाने और आतंकियों का पता लगा लिया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इसे पाकिस्तानी आतंकी वलीद ने तैयार की थी।
इस घटना के बारे में आईडीपी विजय कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि सुरक्षाबलों को निशाना बनाने केो लिए हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद ने मिलकर यहा IED लैस कार तैयार किया था। उन्होंने बताया कि बुधवार को उन्हें खूफिया जानकारी मिली थी कि आतंकी हमले के लिए तैयार गाड़ी को ठिकाने से बाहर निकाला जा रहा है। खूफिया जानकारी मिलते ही पुलिस ने सघन तलाशी और नाकाबंदी कर तलाशी शुरू की, जिसके बाद आईईडी लैस सेंट्रो कार बरामद हुई। पुलवामा के अयानगुंड के राजपोरा इलाके में देर रात आतंकी कार को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस और सुरक्षा एजेंसी पूरे मामले की छानबानी कर रही है।