पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में पुलवामा हमले के शहीदों के परिजन भी!
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी आज शाम सात बजे दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। पीएम मोदी के इस शपथ ग्रहण समारोह के लिए देश विदेश से लोग पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि 8,000 लोग इस शपथ ग्रहण का हिससा बन सकते हैं। इन 8,000 लोगों में कुछ नाम उन 'साधारण' लोगों के भी हैं जिन्होंने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में अपनी किसी अजीज को गंवा दिया। सूत्रों की मानें तो पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों के करीबी रिश्तेदारों को भी इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है।
क्यों लिया पीएम ने यह फैसला
पीएम मोदी और उनकी कैबिनेट के मंत्री आज शाम सात बजे पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इंग्लिश डेली टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया है, 'शहीदों और उनके परिवारवालों को सम्मान देने के मकसद से पीएम मोदी और उनकी सरकार की तरफ से यह फैसला लिया गया है। यह बताता है कि सरकार और पीएम शहीदों के बलिदान का सम्मान करते हैं।'
शहीद की मां पहुंचीं दिल्ली
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलवामा आतंकी हमले में शहीद पश्चिम बंगाल के जवान सुदीप बिस्वास की मां ममता बिस्वास नादिया से दिल्ली पहुंच गई हैं। पहले उनके पति को भी दिल्ली आना था लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते वह नहीं आ सके। बंगाल से ही एक और शहीद बबलू सैंट्रा जो हावड़ा के रहने वाले थे, उनके रिश्तेदारों को भी न्यौता भेजा गया है। उनके मां, पत्नी और उनकी बेटी दिल्ली आ गए हैं। हालांकि इस बात की पुष्टि अभी नहीं हो सकी है कि शपथ ग्रहध में शहीद बबलू के रिश्तेदार आ रहे हैं या नहीं।
जैश ने दिया था हमले को अंजाम
पुलवामा आतंकी हमले को पाकिस्तान स्थित संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था। यह एक आत्मघाती हमला था। जैश के सुसाइड बॉम्बर आदिल अहमद डार ने विस्फोटकों से भरी कार को सीआरपीएफ जवानों से भरी बस से भिड़ा दिया था। देखते ही देखते सीआरपीएफ ने अपने 40 जवान गंवा दिए। हमला जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर हुआ था। पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान से लेकर तमाम नामी चेहरे शामिल हो रहे हैं।
बिमस्टेक देशों को भेजा गया न्यौता
बिमस्टेक देशों के सदस्य देशों के प्रतिनिधि और राष्ट्राध्यक्ष भी इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे हैं। पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी को इन लोकसभा चुनावों में 305 सीटें मिली हैं। वहीं अगर बात एनडीए गठबंधन की करें तो यह आंकड़ा 352 का है। जहां पीएम मोदी पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता है जो लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नियुक्त हो रहे हैं।