Pulwama Attack: कुछ बड़ा करने की तैयारी में भारत, पाकिस्तान में बढ़ी खलबली
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद लगातार घाटी में भारत अपनी गतिविधि को बढ़ा रहा है, भारत की बढ़ती गतिविधि से पाकिस्तान के पसीने छूटने लगे हैं। पिछले 24 घंटे के भीतर घाटी में सरकार की ओर से कुछ बड़े कदम उठाए गए हैं। दरअसल घाटी में तमाम अलगाववादी नेताओं पर सख्त कार्रवाई की गई है, यासीन मलिक सहित जमात ए इस्लामी के दो दर्जन नेताओं को अरेस्ट कर लिया गया है। साथ ही घाटी में 100 अतिरिक्त पैरामिलिट्र्री कंपनियों को भेजा गया है। भारत की ओर से इस कदम के बाद पाकिस्तान के विदेश विभाग ने एक विशेष सेल का गठन किया है जोकि भारत और पाकिस्तान के बीच बिगड़ते हालात पर नजर रखेगा।
भारत बड़ी कार्रवाई करने के मूड में
माना जा रहा है कि भारत पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की योजना बना रहा है। खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा है कि हालात काफी नाजुक हैं और भारत कुछ बड़ा करने के बारे में सोच रहा है। हालांकि भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए अमेरिका और चीन सहित कई देश लगातार दोनों देशों से संपर्क कर रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद अपने तेवर साफ कर दिए थे कि जवानों के खून के एक-एक कतरे का हिसाब किया जाएगा, उनकी शहादत को बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा।
10000 अतिरिक्त जवान रवाना
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से घाटी में 10000 अतिरिक्त सीएपीएफ के जवानों को भेजा गया है, इन तमाम जवानों को आपात स्थिति में तैनात किया जाएगा, जिससे कि पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया जा सके। दरअसल हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि भारत अपने हिस्से का नदियों का पानी पाकिस्तान की ओर नहीं बहने देगा और वह इसे रोक देगा। माना जा रहा है कि गडकरी के इस बयान के बाद पाकिस्तान की ओर से भारतीय पोस्ट पर गोलीबारी शुरू कर दी गई है। पाकिस्तान की ओर से इस गोलीबारी का भारत के जवान मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।
अलग-अलग टुकड़ी भेजी गई
गौरतलब है कि घाटी में मौजूदा समय में सीएपीएफ के कुल 65000 जवान तैनात में हैं, जिसमे सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी के जवान तैनात हैं, इसके अलावा जम्मू कश्मीर की पुलिस भी घाटी में सुरक्षा मुहैया करा रही है। भारत के तल्ख तेवरों को देखते हुए पाकिस्तान ने सीमा पर स्थित गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया है। गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सीआरपीएफ की 45 कंपनियों, 35 बीएसएफ, 10 एसएसबी, 10 आईटीबीपी कंपनियों को घाटी में अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने के लिए भेजा गया है।