पुलवामा हमला: आईईडी ब्लास्ट में घायल सेना के दो जवान शहीद, 44 राष्ट्रीय राइफल्स की टीम बनी थी निशाना
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सोमवार कोई सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स की पेट्रोलिंग टीम पर आतंकियों ने हमला बोला। आईईडी ब्लास्ट के जरिए सेना के वाहन को निशाना बनाया गया था। इस हमले में गंभीर रूप से घायल दो जवानों ने मंगलवार को दम तोड़ दिया है। हमले में कुछ छह जवान घायल हुए थे और इनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही थी। हमला पुलवामा के अरिहाल में हुआ था। घायल जवानों का इलाज श्रीनगर स्थित सेना के 92बेस हॉस्पिटल में जारी है। सेना की ओर से आधिकारिक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की गई है।
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अलर्ट की वजह से नहीं हुआ ज्यादा नुकसान
सेना की ओर से जो बयान जारी किया गया है उसमें कहा गया है, 'गंभीर रूप से घायल दो सैनिकों को अस्पताल में लाया गया था, इलाज के दौरान इन दोनों का निधन हो गया है। हमारे बहादुर जवानों की इस शहादत पर हमें बेहद अफसोस है।' दोनों जवान उसी पेट्रोल टीम का हिस्सा थे जिन्हें शाम को आईईडी हमले में निशाना बनाया गया था। सेना के प्रवक्ता की ओर से इस हमले को एक असफल प्रयास बताया गया है। सेना ने कहा है कि बाकी सैनिकों को हल्की चोटें आई हैं। सेना प्रवक्ता की मानें तो पेट्रोल पार्टी के अलर्ट होने की वजह से आतंकी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाए।
चार माह बाद फिर पुलवामा में हमला
हमले में छह जवानों के घायल होने की खबरें आई हैं लेकिन सेना की ओर से घायल जवानों की संख्या बताने से इनकार कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो हमले में नौ जवान घायल हुए हैं। सभी घायल जवान श्रीनगर स्थित बेस अस्पताल में ही भर्ती हैं। पुलवामा में आतंकी हमला 14 फरवरी को हुए हमले के चार माह बाद हुआ है। उस हमले में सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया गया था और 40 जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ की जिस बस को निशाना बनाया गया था वह जम्मू से श्रीनगर जाने वाले काफिले का हिस्सा थी।
पाकिस्तान ने साझा की इंटेलीजेंस
दिलचस्प बात है कि इस हमले से पहले ही खबर आई थी कि पाकिस्तान की ओर से भारत को जम्मू कश्मीर में बड़े आतंकी हमले को लेकर आगाह किया गया है। पाकिस्तान की ओर से जो इंटेलीजेंस साझा की गई है उसमें कहा गया है कि आतंकी जाकिर मूसा की मौत का बदला लेने के लिए 14 फरवरी को हुए पुलवामा जैसे बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं। पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि इस बार भी पुलवामा के अवंतिपोरा में कार हमला होने की आशंका है। यह पहला मौका है जब पाकिस्तान ने किसी हमले से पहले उसकी इंटेलीजेंस भारत के साथ साझा की है। पाक की तरफ से आई इस इंटेलीजेंस के बाद से ही घाटी में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं।
हमले से पहले अनंतनाग में एनकाउंटर
हमले से पहले सोमवार को अनंतनाग के बादूरा गांव में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई। इस एनकाउंटर में इंडियन आर्मी ऑफिसर मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए। मेजर केतन शर्मा 19 राष्ट्रीय राइफल्स से थे और शहादत से पहले उन्होंने अपनी जान पर खेलकर तीन साथी जवानों की जिंदगी बचाई। इस एनकाउंटर में एक और ऑफिसर मेजर राहुल के साथ ही तीन जवान घायल हैं। बीएसएफ का एक जवान भी इस एनकाउंटर में घायल है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, मेजर केतन को श्रद्धांजलि देने जाएंगे।